शहडोल। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि वर्ग 3 भर्ती वालों के पास फोन आ रहे हैं। रिश्वत की मांग की जा रही है। कहा जा रहा है कि बिना रिश्वत के नौकरी नहीं मिल पाएगी। इसके अलावा अन्य कई मांगों को लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय के कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मांग की गई है कि, विश्वविद्यालय में बढ़ाई गई फीस को वापस लिया जाए। कुछ विभाग के स्टाफ के अभद्र व्यवहार किए जाने की बात कहते हुए उन पर कार्रवाई किए जाने की मांग की गई है। इसके साथ ही उपलब्ध हॉस्टल को जल्द से जल्द खोले जाने की बात रखी गई है, ताकि वहां रहकर छात्र अपनी पढ़ाई आसानी के साथ कर सकें।
विश्वविद्यालय की साइट का सर्वर बहुत धीमा चल रहा है, जिसकी वजह से विद्यार्थियों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिसकी सुधार की मांग की गई है। साथ ही विश्वविद्यालय में वर्ग 3 की भर्ती प्रक्रिया में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
भर्ती में बैठे हुए अभ्यार्थियों के पास लगातार कई नंबरों से फोन कॉल आ रहे हैं। जिनसे भर्ती किए जाने को लेकर पैसों की बात की जा रही है। भर्ती प्रक्रिया की गोपनीयता भंग हो चुकी है। जिसके कारण विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हो रही है। मांग की गई है कि परीक्षा एजेंसी पर एफआईआर दर्ज कराई जाए।
परिषद के प्रांत सह मंत्री डॉक्टर सिंह मार्को ने मांग की है कि, जो एफआईआर विश्वविद्यालय ने कराई है, उसे सार्वजनिक किया जाए। वहीं इस मामले में जांच कराए जाने की बात भी रखी गई है। कहा गया कि, जब तक जांच पूरी न हो जाती है, तब तक वर्ग 3 की भर्ती को स्थगित किया जाए।
ज्ञापन देते समय शिवम वर्मा, आशीष चौहान, उदित पाण्डेय, वात्सल्य जैसवाल, प्रियांशु त्रिपाठी, जितेंद्र सिंह, ऋषभ सेन, देवी सिंह, शिवम भगत, नम्रता द्विवेदी, साक्षी शिंदे, मानसी कहार, सौरभ तिवारी, आकाश सिंह, देवेंद्रकांत तिवारी, कृष्णा गुप्ता सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।