भोपाल। मध्य प्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप कांड में रईसों (मंत्री, बड़े नेता, बड़े अफसर और बड़े कारोबारी) के बेडरूम वाले राज को राज बनाए रखने के लिए सबूतों ने सुसाइड करना शुरू कर दिया है। कोर्ट में वह सीडी नहीं चली जिसमें सभी देशों के ना केवल नाम बल्कि चेहरे और शरीर का पूरा नाप दिखाई दे रहा था।
राजधानी भोपाल की कोर्ट में शुक्रवार से मध्य प्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप कांड के ट्रायल में गवाहों और सबूतों को पेश किए जाने का सिलसिला शुरू हुआ। दोनों पक्षों के वकीलों के सामने एक सीडी चलाई गई। पहले बताया गया था कि सीडी में वह सारे वीडियो मौजूद हैं जिनके दम पर मध्य प्रदेश के दर्जनों करोड़पतियों और सरकारी मंत्रियों को ब्लैकमेल किया जा रहा था। रईसों का राज खुलने से पहले ही सीडी ने सुसाइड कर लिया। कोर्ट में उसने कुछ नहीं बताया। वकील ने बताया कि बहुत सारे स्क्रैच आ रहे हैं इसलिए सीडी खराब हो गई है। हालांकि इस तरह की सीडी की दर्जनों कॉपियां बनाई जाती हैं। ओरिजिनल सीडी हमेशा सुरक्षित रखी रहती है, परंतु हाई प्रोफाइल मामले में सिर्फ एक ही कॉपी थी।
कोर्ट में श्वेता और आरती निश्चिंत नजर आई
मध्य प्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप कांड में गिरफ्तार की गई श्वेता विजय जैन और आरती दयाल हाल ही में जमानत पर रिहा हुई हैं। दोनों स्मिता सिंह ठाकुर की कोर्ट में पेशी पर उपस्थित हुई। दोनों बिल्कुल निश्चिंत नजर आईं। उनके चेहरे पर कोई चिंता या घबराहट नहीं थी। सरकारी वकील ने कहा है कि मध्य प्रदेश पुलिस की साइबर सेल के पास सभी वीडियो मौजूद हैं। उन्हें एक पेन ड्राइव में लाकर अगली तारीख में प्रस्तुत किया जाएगा।
अब देखना यह है कि रईसों के राज वाले वीडियो साइबर सेल की सिक्योरिटी तोड़कर फरार होते हैं या फिर इस प्रक्रिया के दौरान किसी हादसे का शिकार हो जाएंगे।