भोपाल। प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे ने कहा कि आंकलित खपत आधारित देयकों को बंद किया जाए। मीटर आधारित खपत के आधार पर ही देयक जारी किए जाएं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं का मीटर वाचन शुद्धता (एक्यूरेसी) के साथ किया जाए। इसके लिए पीएमआर (फोटो मीटर रीडिंग) का आडिट निरंतर प्रक्रिया का हिस्सा होना चाहिए।
प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री दुबे शुक्रवार को गोविंदपुरा स्थित पावर डिस्ट्रीब्यूशन ट्रेनिंग सेंटर के सभागार में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के भोपाल रीजन के मैदानी अधिकारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री गणेश शंकर मिश्रा सहित सभी मुख्य महाप्रबंधक उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव ऊर्जा ने कंज्यूमर इंडेक्सिग को शत-प्रतिशत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कंज्यूमर इंडेक्सिंग के फायदे बताते हुए कहा कि इससे एक ओर उपभोक्ता शिकायतें हल होंगी वहीं दूसरी ओर लाइन लॉस के स्तर को कम किया जा सकेगा।
प्रमुख सचिव ऊर्जा ने भोपाल शहर सहित कंपनी कार्यक्षेत्र के बिजली चोरी बहुल इलाकों में विशेष चेकिंग अभियान संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून के मौसम में प्राकृतिक आपदा और स्थानीय फाल्ट को छोड़कर ट्रिपिंग की न्यूनतम शिकायतें प्राप्त होना चाहिए। साथ ही उपभोक्ता शिकायतों को न्यूनतम समय में अटेण्ड किया जाना चाहिए। इस मौके पर प्रमुख सचिव ने कंपनी के उपकेन्द्र, 33 के.व्ही. लाइनों, 11 के.व्ही. लाइनों और निम्नदाब लाइनों के प्रभावी रखरखाव की सराहना की।
प्रमुख सचिव ने निम्नदाब एवं उच्चदाब के नए विद्युत कनेक्शन की औपचारिकताएं पूर्ण कर तत्काल कनेक्शन प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होनें कहा कि नए कनेक्शन जल्दी देने का सीधा मतलब है, कंपनी को तत्काल राजस्व की प्राप्ति होगी।
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक ने बैठक में कहा कि नान पेयी उपभोक्ताओं को बिल भुगतान की आदत डालने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। श्री मिश्रा ने मीटर वाचकों पर पीएमआर आडिट के आधार पर कार्यवाही के निर्देश दिए। इस अवसर पर उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति एवं विद्युत वितरण व्यवस्था की समीक्षा की गई।