भोपाल। प्रदेश के शासकीय स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर नवीन शिक्षण सत्र 2022 के लिए पुनःअतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा रही है जिसके विरोध में शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन-पत्र सौंपकर समस्त रिक्त पदों पर पदवृद्धि के साथ द्वितीय काउंसलिंग कराते हुए स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 को पूर्ण कराने की मांग की है।
शिक्षक पात्रता संघ के प्रदेश संयोजक रंजीत गौर एवं अन्य अभ्यार्थियों के अनुसार 10 वर्षों बाद हो रही शिक्षक भर्ती पिछले 4 वर्षों से लंबित है उच्च एवं माध्यमिक शिक्षकों की पूर्ति के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 आयोजित की गई थी परंतु अभी तक स्थाई शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया गया है। प्रदेश में हजारों की संख्या में बी.एड/डी.एड धारी शिक्षित युवा पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी बेरोज़गार घूम रहे हैं वहीं सरकार अतिथि शिक्षकों से कार्य चलाना चाह रही है।
पात्र अभ्यर्थियों ने आरोप लगाते हुए कहा है प्रदेश में 'नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति' लागू हो चुकी है जिसके अनुसार शासकीय स्कूलों में स्थाई शिक्षकों की भर्ती होना चाहिए जबकि स्कूल शिक्षा विभाग अतिथि शिक्षकों की भर्ती करने जा रहा है जो कि पात्र अभ्यर्थियों के साथ सरासर अन्याय है। केंद्र की राज्य स्तरीय शिक्षा रिपोर्ट 2021के अनुसार वर्तमान समय में प्रदेश में शिक्षकों के 87,630 पद रिक्त बतलाये जा रहे हैं।