मध्यप्रदेश में MPTET अभ्यर्थियों में आक्रोश, चुनाव पर असर दिखाई देगा - NEWS TODAY

भोपाल
। इस बार नवीन शिक्षण सत्र 17 जून से 'प्रवेशोत्सव' एवं 'स्कूल चले अभियान' के साथ शुरू होने जा रहा है वहीं प्रदेश के शासकीय स्कूलों में अभी भी स्थाई शिक्षकों की भारी कमी बनी हुई है जिसके चलते स्कूल शिक्षा विभाग ने नवीन शिक्षण सत्र 2022-23 के लिए पुन:अतिथि शिक्षकों के पंजीयन शुरू कर दिए हैं।

अतिथि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया का विरोध भी शुरू हो चुका है। शिक्ष पात्रता परीक्षा 2018 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन-पत्र सौंपकर अतिथि शिक्षकों की जगह समस्त रिक्त पदों पर पदवृद्धि के साथ द्वितीय काउंसलिंग कराते हुए स्थाई शिक्षक भर्ती 2018 को पूर्ण कराने की मांग की है। शिक्षक पात्रता परीक्षा संघ के प्रदेश संयोजक रंजीत गौर एवं अन्य अभ्यार्थियों के अनुसार स्थाई शिक्षक भर्ती पिछले 4 वर्षों से लंबित है। 

अतःसरकार को उच्च एवं माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए द्वितीय काउंसलिंग कराते हुए स्थाई शिक्षक भर्ती पूर्ण करना चाहिए उसके बाद शेष रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था करना चाहिए। MPTET-2018 के पात्र अभ्यर्थी अपनी नियुक्ति कराने के लिए बार-बार राजधानी भोपाल में धरना प्रदर्शन करने मजबूर हैं।प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए भी इस बर्ष पात्रता परीक्षा आयोजित हो चुकी है परंतु अभी तक उसका भी परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया जिससे परीक्षार्थियों में भारी आक्रोश दिखाई दे रहा है। यह आक्रोश नगरीय निकाय चुनाव में दिखाई दे सकता है।

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