भोपाल। राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों से मध्यप्रदेश में राजनीति का एक नया समीकरण सामने आया है। मध्य प्रदेश में 12 से ज्यादा कांग्रेस विधायकों का भारतीय जनता पार्टी के साथ मजबूत कनेक्शन बन गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा चुनाव 2023 से पहले कांग्रेस के सीएम कैंडिडेट कमलनाथ को जोर का झटका दिया जाएगा।
भारत के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी के 96 विधायक हैं और कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को मात्र 79 वोट मिले। यानी कि 17 वोट कम मिले। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की संख्या 127 है और उनके प्रत्याशी को 146 वोट मिले यानी 19 वोट अधिक मिले। मध्य प्रदेश में अन्य विधायकों की संख्या 7 है और कुल 5 वोट निरस्त हो गए।
अपन मान लेते हैं कि निरस्त होने वाले सभी 5 वोट कांग्रेस पार्टी के थे। तब भी कम से कम 12 वोट ऐसे हैं जो भाजपा को मिले। इनमें से एक सचिन बिरला ने खुद बयान दिया कि उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया है। शेष 11 विधायक कौन से हैं चीन की गाड़ी पर कांग्रेस का झंडा लगा है लेकिन जिनकी जेब में भाजपा का बिल्ला रखा हुआ है।
राष्ट्रपति चुनाव के कारण आंकड़ा स्पष्ट हो गया है। कांग्रेस पार्टी के कम से कम 12 या इससे अधिक विधायक ऐसे हैं जो भाजपा के लिए काम कर रहे हैं और कभी भी पार्टी बदल सकते हैं।