जबलपुर। मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया की त्रिस्तरीय पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव 2022 में राज्य निर्वाचन आयोग की लचर व्यवस्था के चलते तहसीलदार सहित 04 कर्मचारियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
निर्वाचन में लगे तहसीलदार एवं 3 अन्य कर्मचारियों को चुनाव के दौरान विभिन्न घटनाओं में असमय मत्यु हो गई। कर्मचारियों की मृत्यु के उपरांत राज्य निर्वाचन/आयोग जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से केवल औपचारिकता करते हुए मृतकों के परिवार को 8 लाख रूपये अनुग्रह राशि दी गई है, जो इस मंहगाई के दौर में पर्याप्त नहीं है।
निर्वाचन आयोग द्वारा कर्मचारियों का शोषण बन्द कर मृतक कर्मचारियों के परिवार को सम्मानजनक अनुग्रह राशि के साथ-साथ 30 दिवस के अन्दर बंधन रहित अनुकम्पा नियुक्ति दी जावे।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, मुकेश सिंह, मन्सूर बेग, आलोक अग्निहोत्री, सुरेन्द्र जैन, मनीष चौबे, योगेन्द्र मिश्रा, नितिन अग्रवाल, श्यामनारायण तिवारी, गगन चौबे, संदीप उरमलिया, प्रणव साहू, राकेश पाण्डे, मनीष लोहिया, मनीष शुक्ला, विनय नामदेव, प्रियांशु शुक्ला, धीरेन्द्र सोनी, मो0 तारिख, अब्दुल्ला चिश्तिी, संतोष तिवारी, महेश कोरी, सुदेश पाण्डे, शुभसंदेश सिंगौर, जे.पी. गुप्ता, आदि ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी,मध्यप्रदेश भोपाल से मांग की है कि चुनाव कार्य के दौरान मृतक कर्मचारियों के आश्रित परिवार के सदस्य के 50 लाख अनुग्रह राशि तथा परिवार के सदस्य को बंधन रहित अनुकम्पा नियुक्ति एक माह में दी जावे।