भोपाल। शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए बनाई गई कॉलोनियों को तोड़कर भोपाल में स्मार्ट सिटी डेवलप की जा रही है। इसमें सरकारी कर्मचारियों के लिए ABD एरिया बेस्ड डेवलपमेंट किया जा रहा है, लेकिन कर्मचारियों का स्मार्ट सिटी की प्रॉपर्टी में इंटरेस्ट खत्म हो गया है। हालात यह है कि भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने ABD को ओपन मार्केट में डाल दिया है।
भोपाल शहर में स्मार्ट सिटी को लेकर काफी हंगामा हुआ था। भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारी आम लोगों के साथ कुछ इस प्रकार का व्यवहार करते थे जैसे वह भोपाल में स्मार्ट सिटी नहीं बल्कि स्वर्ग बना रहे हैं। स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में शासकीय कर्मचारियों के लिए बुलेवर्ड स्ट्रीट, गवर्नमेंट हाउसिंग फेस-1, फेस-2 और दशहरा मैदान रिजर्व किए गए।
अभी तक गवर्नमेंट हाउसिंग फेस-1 और बुलेवर्ड स्ट्रीट का काम ही पूरा हो पाया है और हालात बदल गए। स्मार्ट सिटी के सीईओ अंकित अस्थाना के ABD को ओपन मार्केट में डाल दिया है। अब कोई भी प्रॉपर्टी खरीद सकता है। स्मार्ट सिटी की प्रॉपर्टी में कोई रिजर्वेशन नहीं है।
भोपाल के रंगमहल के नजदीक गुरुद्वारे के पास एक रेजिडेंशियल कम कमर्शियल प्रोजेक्ट प्लान किया गया है। स्मार्ट सिटी की हालत देखिए 110 करोड रुपए के इस प्रोजेक्ट का काम करने के लिए कोई ठेकेदार कंपनी तैयार नहीं है। पहला टेंडर फेल हो चुका है। अब दूसरा टेंडर जारी किया गया है।