भोपाल। इसे इत्तेफाक कहें या फिर भाग्य, भारतीय जनता पार्टी की नेता मालती राय महापौर का चुनाव जीत गईं लेकिन अपने वार्ड से तीसरी बार भी हार गईं। इससे पहले दो बार पार्षद पद के लिए चुनाव लड़ा था और दोनों बार हार गईं थी।
लगभग 100000 वोटों से भोपाल नगर निगम महापौर का चुनाव जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी के महिला नेता मालती राय ने कभी भी महापौर बनने का सपना नहीं देखा था। वह तो अपने वार्ड क्रमांक 36 से पार्षद बनना चाहती थी। पिछले दो बार से भाजपा उन्हें टिकट दे रही थी और दोनों बार चुनाव हार गई थी। इस बार किस्मत से महापौर का टिकट मिल गया।
वार्ड 36 से मालती राय को चुनाव जिताने के लिए इस बार भारतीय जनता पार्टी ने भी पूरा जोर लगा दिया था। स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रोड शो किया था। कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग बूथ लेवल पर काम देख रहे थे। इसके बावजूद मालती राय को वार्ड 36 से 5428 वोट मिले जबकि उनके सामने चुनाव हारने वाली कांग्रेस प्रत्याशी विभा पटेल को उनके वार्ड में 5918 वोट मिले।
100000 वोटों से महापौर का चुनाव जीतने वाली मालती राय अपने वार्ड में तीसरी बार भी चुनाव हार गई। 490 वोटों के बड़े अंतर से इस बार भी उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा। राजनीति के रंग देखिए, मालती राय का वार्ड क्रमांक 36 जहां से वह तीसरी बार चुनाव हारी, उनकी जगह पर भाजपा के 10 कार्यकर्ता को पार्षद पद का टिकट दिया गया था वह 1211 वोटों से चुनाव जीत गया।