मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल द्वारा नागरिकों को मच्छर जनित बीमारियों से बचने की सलाह दी गई है। वर्षा के मौसम में बीमारियां फैलने का खतरा अधिक रहता है। इस मौसम में होने वाली बीमारियां खतरनाक साबित हो सकती है। सावधानी बरतने की आवश्यकता है, लापरवाही जानलेवा हो सकती है।
वर्षा के मौसम में होने वाली बीमरियां जैसे सर्दी, जुखाम, बुखार, मलेरिया, चिकनगुनिया, हैजा एवं टाइफाइड हो सकते है सर्दी, जुखाम, बुखार से बचने के लिए बारिश में ज्यादा देर तक न भीगे, भीगने से बचे, भीगने पर शरीर को साफ-कपड़े से पोछे तुरंत कपड़े बदले।
मलेरिया से बचने के लिये अपने घर के आसपास गड्डा न होने दें, अगर गड्डा हो तो, उसमें पानी इकठा न होने दें। सीएमएचओ ने बताया कि हैजा से बचने के लिए घर के आसपास सफाई रखें, गंदा पानी उपयोग में न लायें, पानी को छानकर या उबालकर उपयोग करें।
टाइफाइड खतरनाक बीमारी में से एक है। यह संक्रमित जल व दूषित भोजन से होता है, इस बीमारी में तेज बुखार आता है एंव कई दिनों तक रहता है। इस बीमारी का संक्रमण रोगी के पित्ताशय में रहता है, टाइफाइड होने वाले रोगी से दूर रहना चाहिए और चिकित्सक से दवा लेनी चाहिए। नागरिकों से अपील की गई है कि वर्षा के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव जरूरी है। अगर बचाव न किया जाये तो यह खतरनाक हो सकती है। इसलिए कोई भी बीमारी होने पर चिकित्सक को अवश्य दिखायें, जिससे रोग की पहचान की जा सके तथा त्वरित उपचार हो सके।