भोपाल। वह कहते हैं ना, मेहमान भगवान समान होते हैं। इस प्रसंग में मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अफसर के मेहमान सचमुच भगवान के समान थे। एक डिप्टी डायरेक्टर ने उनके स्वागत सत्कार में नियम तोड़ने से इनकार कर दिया। मात्र 1 घंटे में डिप्टी डायरेक्टर का तबादला भोपाल से मंडला कर दिया गया। जब तक उन्होंने यह बताया कि उनका रिटायरमेंट होने वाला है, नियमानुसार ट्रांसफर नहीं हो सकता तब तक उन्हें रिलीव किया जा चुका था।
मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित मुख्यमंत्री के कार्यालय और वन विहार में पदस्थ डिप्टी डायरेक्टर का है। मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ एक बड़े अफसर के रिश्तेदार वन विहार नेशनल पार्क घूमने के लिए गए थे। डिप्टी डायरेक्टर ने कुछ नियमों को शिथिल करते हुए उनका यथाशक्ति स्वागत सत्कार किया। इसी दौरान अफसर के मेहमान ने नेशनल पार्क में सफारी करने की इच्छा जताई। इस बार डिप्टी डायरेक्टर ने मना कर दिया, क्योंकि नियमानुसार नेशनल पार्क में सफारी नहीं हो सकती। यदि कहीं कोई शिकायत हो जाती तो सस्पेंड होना पड़ता।
मेहमान नाराज हो गए, मुख्यमंत्री कार्यालय से डिप्टी डायरेक्टर को तत्काल हटाने के मौखिक आदेश जारी हुए और इसके आधार पर डिपार्टमेंट ने उनका तबादला भोपाल से मंडला कर दिया। डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि उनके रिटायरमेंट में केवल 6 महीने शेष है। नियमानुसार उनका ट्रांसफर नहीं किया जा सकता लेकिन अब तक उन्हें कार्यमुक्त किया जा चुका था।