इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित DAVV के विभिन्न विधि पाठ्यक्रम के प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं छह महीने पिछड़ चुकी है। संबद्धता और मान्यता से जुड़े दस्तावेज कालेजों द्वारा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (DAVV) में जमा नहीं करवाए हैं। इसके चलते यह स्थिति बनी है।
विश्वविद्यालय ने प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है। 26 जुलाई से एलएलबी, बीएएलएलबी, बीकामएलएलबी, बीबीएएलएलबी आनर्स की परीक्षा रखी है। अधिकारियों के मुताबिक भले ही परीक्षा करवाई जा रही है। DAVV के दायरे में 12 कालेज आते हैं। यहां से संचालित होने वाले पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालय की तरफ से संबद्धता जारी की गई है। इन्हें आनर्स विषय की संबद्धता मिली है, जबकि कालेजों ने इन पाठ्यक्रमों के लिए बार काउंसिल आफ इंडिया (BCI) से सामान्य मान्यता ले रखी है।
सूत्रों के मुताबिक सामान्य मान्यता की तीन लाख और आनर्स मान्यता की पांच लाख फीस बीसीआइ में जमा करना पड़ती है। फीस बचाने के लिए कालेज सामान्य मान्यता लेते है। इसके चलते बीएएलएलबी, एलएलबी, बीकामएलएलबी, बीबीएएलएलबी फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा उलझ गई थी। जनवरी में होने वाली परीक्षाएं अब जुलाई में करवाई जा रही है, क्योंकि अभी तक कालेजों ने दस्तावेज जमा नहीं किए है।
अधिकारियों के मुताबिक चार कालेजों ने आनर्स की संबद्धता और मान्यता प्रस्तुत कर दी है। मगर चार कालेज के पास सिर्फ आनर्स की संबद्धता है। वहीं शेष कालेजों ने अभी तक संबद्धता और मान्यता के लिए आवेदन नहीं किया है। कालेजों की लापरवाही की वजह से दस हजार विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं। लगातार छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय में चक्कर लगाने को मजबूर है।
विद्यार्थियों की समस्या को समझते हुए विश्वविद्यालय ने बीच का रास्ता निकाला है। परीक्षा करवाने के लिए कालेजों से शपथ पत्र लिया है। दस्तावेज जमा नहीं होने तक रिजल्ट नहीं घोषित किया जाएगा। बीएएलएलबी, बीकामएलएलबी, बीबीएएलएलबी और एलएलबी आनर्स फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा 26 जुलाई से पांच अगस्त के बीच रखी है। परीक्षा नियंत्रक डा. अशेष तिवारी का कहना है कि दस हजार विद्यार्थी के लिए दर्जनभर परीक्षा केंद्र बनाए हैं।