जब हम अपनी बाइक, कार या किसी भी व्हीकल को चलाते हैं तो उसमें से एक आवाज निकलती है। हम सभी जानते हैं कि यह आवाज इंजन में ईंधन से उर्जा उत्पन्न करने के दौरान होने वाले विस्फोटों के कारण निकलती है। हम यह भी जानते हैं कि यह आवाज काफी तेज होती है लेकिन एक साइलेंसर लगा देने के कारण यही आवाज काफी कम हो जाती है। आइए जानते हैं कि साइलेंसर में ऐसा क्या होता है जो इंजन की तेज आवाज को बहुत कम कर देता है।
कुछ साथियों के लिए यह नई जानकारी हो सकती है। इंजन में से जो आवाज निकलती है वह ईंधन से उर्जा उत्पन्न करने के दौरान होने वाले विस्फोटों के कारण नहीं निकलती बल्कि एग्जॉस्ट के कारण निकलती है, लेकिन आम बोलचाल की भाषा में लोग यह मान लेते हैं कि वाहन के इंजन से निकलने वाली आवाज, बिल्कुल उसी प्रक्रिया से निकलती है, जैसे किसी आतिशबाजी या बंदूक की गोली से निकलती है।
मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार किसी भी वाहन का शोर 80 डेसिमल से ज्यादा नहीं होना चाहिए। वाहनों के साइलेंसर शोर को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साइलेंसर में साउंड वेव्स को अपलोड करने के लिए एक विशेष प्रकार के फाइबरग्लास का उपयोग किया जाता है। यह फाइबर ग्लास तेज साउंड वेव्स के रास्ते में बाधा उत्पन्न करता है। इसके कारण उसकी गति कम हो जाती है और इसीलिए आवाज भी कम हो जाती है।