ग्वालियर। शहर के नजदीक स्थित रायपुर, मामा का बांध, वीरपुर बांध एवं हनुमान बाँध जलाशय आपस में जुड़ेंगे। साथ ही इन जलाशयों का पर्यटन के लिए सुदृढ़ीकरण और आधुनिकीकरण भी होगा। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह के विशेष प्रयासों से इन जलाशयों को जोड़ने एवं सुदृढ़ीकरण के लिए केन्द्र और राज्य सरकार ने 31 करोड़ 63 लाख रूपए से अधिक की राशि मंजूर की है।
ग्वालियर शहरवासियों को नया पर्यटक स्थल भी मिलेगा
राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि ग्वालियर शहर के नागरिक लंबे समय से इन जलाशयों के जीर्णोद्धार की प्रतीक्षा कर रहे थे। जलाशयों के आपस में जुड़ जाने से अब ये वर्ष भर पानी से भरे रहेंगे। जलाशयों के आपस में जुड़ने से जहाँ किसानों की निस्तार एवं सिंचाई संबंधी जरूरतें पूरी होंगी, वहीं ग्वालियर शहरवासियों को आकर्षक पर्यटन स्थल भी उपलब्ध होंगे। साथ ही क्षेत्र के जल-स्तर में भी बढ़ोत्तरी होगी।
हनुमान बांध का पानी स्वर्ण रेखा नदी में छोड़ा जायेगा
राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने बताया कि जलाशयों को जोड़ने और आधुनिकीकरण के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित राज्य कार्यपालिक समिति द्वारा मिटीगेशन फंड में 31 करोड़ 63 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। स्वीकृत धनराशि से रायपुर जलाशय को नहर के जरिए मामा का बांध से जोड़ा जाएगा। इसी तरह मामा का बांध, वीरपुर बांध और हनुमान बांध एक दूसरे से जुड़ेंगे। उन्होंने बताया कि हनुमान बांध के पानी का ओवर फ्लो शहर के बीच से होकर गुजर रही स्वर्ण रेखा नदी में छोड़ा जायेगा।