ग्वालियर। अंचल के ग्रामीण इलाकों में जितना समय लड़का लड़की की कुंडली मिलाने और दोनों परिवारों में संबंध के लिए सैद्धांतिक सहमति बन पाती है उतने समय में एक लव मैरिज होकर टूट गई। सब कुछ 4जी की स्पीड से हुआ। लड़के ने प्रपोज किया, लड़की ने हां कर दिया, दोनों की शादी हो गई और सात जन्मों का बंधन 7 हफ्ते भी नहीं चला।
शहर के पड़ाव स्थित कांती नगर निवासी गौरव सिंह नशा मुक्ति केंद्र चलाता है। एक साल पहले दिल्ली में उसकी मुलाकात पूनम से हुई। दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। पूनम ग्वालियर आ गई और दोनों ने परिवार की मर्जी से शादी कर ली। 5 हफ्ते में ही दोनों का प्यार तकरार में बदल गया। पूनम पंजाब चली गई और कई बार मनाने के बाद भी जब वह नहीं लौटी, तो पति और सास ने भी हार मान ली। कुछ दिन पहले ही पूनम ने पंजाब में पति और सास पर दहेज एक्ट का केस करा दिया।
देर रात पंजाब पुलिस ग्वालियर पहुंची और पड़ाव थाने की मदद से कांती नगर में दबिश दी। पुलिस यहां से गौरव की मां सुनीता देवी को हिरासत में लेकर पंजाब चली गई। पुलिस ने बताया कि पूनम ने पंजाब में दहेज के लिए परेशान करने का मामला दर्ज कराया है। गौरव के साथ ही उसकी मां सुनीता देवी को आरोपी बनाया है।
हत्या के केस में अभी जेल में है गौरव
जब पुलिस ने गौरव की जानकारी जुटाई तो पता चला कि वह जेल में है। थाना प्रभारी पड़ाव विवेक अष्ठाना ने बताया कि दो महीने पहले थाटीपुर निवासी युवक की मौत हुई थी। गौरव पर मारपीट का आरोप लगा था। इस मामले में पुलिस ने गौरव पर हत्या का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था। अब पुलिस उसको पंजाब ले जाने के लिए न्यायालय से अनुमति मांगेगी।