ग्वालियर। दुनिया में बुजुर्ग लोगों की शिकायत होती है कि उनके बच्चे उनकी देखभाल नहीं करते परंतु इस मामले में उल्टा हुआ। एकलौता बेटा पिता की सेवा करना चाहता था परंतु पिता लगातार कुछ ना कुछ ऐसा करते थे जिससे समाज में बेटे की बदनामी हो। लाख समझाने के बाद भी जब पिता नहीं माने तो बेटे ने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया।
शहर के थाटीपुर स्थित यमुना नगर निवासी 25 वर्षीय भानू गुर्जर डेयरी व्यवसायी है। उसका अच्छा काम चलता है, लेकिन पिता भारत सिंह से परेशान था। घर में सभी सुविधाएं होने के बावजूद उसके पिता ₹400 दिहाड़ी पर काम करते हैं। भानु उन्हें लगातार समझाता था कि उनके कारण समाज में परिवार की बेइज्जती होती है परंतु वह किसी की बात नहीं मानते थे।
आखिरी शब्द थे पिताजी बेइज्जती मत कराओ
बुधवार की सुबह पिता भारत सिंह का काम पर जा रहे थे तो पुत्र भानु सिंह ने उन्हें जाने से रोका। पिता नहीं माने और घर से निकल गए। तनाव इतना अधिक बढ़ गया था कि पुत्र भानु सिंह ताला बंद कमरे में रोशनदान से अंदर घुसा और उसमें रखी रिश्तेदार की बंदूक से खुद को गोली मार ली। जब तक परिवार के लोग ताला खोलकर कमरे में पहुंचे तब तक भानु सिंह गुर्जर की सांसें थम चुकी थी।