भारत की पवित्र अमरनाथ यात्रा शुरू हो चुकी है। भगवान शिव एवं माता पार्वती के प्रतीक सफेद कबूतर अमरनाथ गुफा पहुंच गए हैं। मान्यता है कि यह सफेद कबूतर अमर हैं एवं अमरनाथ जी की यात्रा के समय श्रद्धालुओं को दर्शन देते हैं।
बाबा अमरनाथ, गुफा एवं यात्रा की खास बातें
1. मान्यता है कि भगवान शिवजी ने अमरनाथ गुफा में माता पार्वती को अमरता का मंत्र सुनाया था।
2. अमरनाथ गुफा से करीब 96 किमी पर स्थित पहलहाम है। जहां शिवजी ने रुक कर आराम किया था। उन्होंने अपने बैल नंदी को इसी जगह छोड़ दिया था।
3. शेषनाग झील पर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ ने अपने गले से सांपों को उतार दिया था।
4. पंचतरणी नाम की जगह पर शिवजी ने पांचों तत्वों को त्याग दिया था।
5. पौराणिक कथा के अनुसार जब महादेव ने मां पार्वती को अमरता का मंत्र सुनाया था। उस समय गुफा में उन दोनों के अलावा कबूतरों का एक जोड़ा था। कथा सुनने के बाद कबूतर का जोड़ा अमर हो गया। आज भी अमरनाथ गुफा में कबूतर का जोड़ा दिखाई देता है।
इस साल अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त 2022 तक चलेगी। यात्रा का शुभारंभ 30 जून से हुआ। भक्तों का पहला जत्था बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा के रास्ते रवाना हो गया है। इस दौरान तीर्थयात्रियों में जमकर उत्साह दिखाई दे रहा है। दो साल बाद शुरू हुई यात्रा में बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। अमरनाथ भारत में स्थित का प्रमुख तीर्थस्थल है। हर साल लाखों लोग महादेव के दर्शन के लिए आते हैं। अमरनाथ गुफा कश्मीर के बर्फीले पहाड़ों के बीच है। यहां बर्फ से बने शिवलिंग की पूजा होती है।