नई दिल्ली। नेताओं को मुफ्त बिजली मिलती है तो जनता को क्यों नहीं मिलनी चाहिए। उसको फ्री रेवड़ी बोलना सही नहीं है। इस महंगाई से नेताओं को फर्क नहीं पड़ता। जनता को मुफ्त बिजली देने की बात करते हैं तो नेताओं को पता नहीं क्यों मिर्ची लगती है। यह बात आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पोरबंदर, गुजरात में पत्रकारों से बात करते हुए कही।
1 साल में 78 बार पेट्रोल और 76 बार डीज़ल के दाम बढ़ाए
आम आदमी पार्टी के सांसद नेता राघव चड्ढा ने कहा कि एक वित्तीय वर्ष में भारत सरकार ने 78 बार पेट्रोल और 76 बार डीज़ल के दाम बढ़ाए हैं। इतनी बार ईंधन के दाम बढ़ाकर केवल एक साल में सरकार ने देश के आम आदमी की जेब पर डाका डाला है। आज से पहले कभी भारत के इतिहास में 70-78 बार पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ाए गए। जो सरकार 70-75-80 बार भाव बढ़ाकर कभी एक्साइज ड्यूटी, कभी फ्यूल के दाम बढ़ाकर पेट्रोल-डीजल मंहगा करती है उसकी जिम्मेदारी बनती है कि दामों को नीचे लाए। सदन में मंहगाई पर बहस होनी चाहिए।
पार्थ चटर्जी मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC नेता ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी मामले में कहा कि अगर कोई गलत गतिविधियों में शामिल रहा है, तो हममें से कोई भी हस्तक्षेप नहीं करेगा चाहे वो कितना भी कठोर फैसला क्यों न झेले। हम उनका समर्थन नहीं करेंगे। एक निश्चित समय सीमा के अंदर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्हें आजीवन कारावास की सजा दी जाती है।