ग्वालियर। हर मौसम की अपनी खास बातें होती हैं जो मनुष्य के जीवन और विकास के लिए जरूरी होती हैं लेकिन हर मौसम की अपनी कुछ परेशानियां भी होती है। कुछ बीमारियां भी होती है। यदि थोड़ी सी सावधानी रखें तो बीमारियों से बचा जा सकता है। खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद कॉलेज की हेड ऑफ द डिपार्टमेंट डॉक्टर कामिनी सोनी ने बताया कि बारिश के मौसम में क्या करें जो डॉक्टर के पास जाना ही ना पड़े।
बरसाती बीमारियों से बचने के उपाय
वर्षा काल में एसिड ज्यादा बनता है इसलिए पाचन शक्ति खराब हो जाती है।
वर्षा काल में मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है जबकि वायरस ताकतवर हो जाता है।
प्रोटीन वाली चीजें जैसे दाल, दूध व इससे बनी चीजें और दही खाएं।
विटामिन सी से भी प्रतिरोधक शक्ति अच्छी होती है। इसके लिए खट्टी चीजें जैसे आंवला, संतरा आदि का सेवन करें।
यदि उमस के कारण आने वाले पसीने से खुजली होती है तो खुजली वाले पाउडर लगाएं। कई आयुर्वेदिक क्रीम भी आती हैं। इन्हें लगा सकते हैं।
शरीर में खुजली के लिए नारियल तेल में कपूर मिलाकर लगाएं।
बारिश के पानी में भीग जाए तो क्या करें
बारिश में ज्यादा देर तक नहीं देखना चाहिए। तत्काल कपड़े बदले और सिर के बालों को भी गीला ना छोड़े।
वर्षा ऋतु में शरीर ज्यादा देर तक गीला रहने के कारण त्वचा में दाने और दूसरी बीमारियां संभव है।
ढीले कपड़े पहने जो भीगने के बाद भी जल्दी सूख जाएं।