इंदौर। लोकायुक्त पुलिस की टीम ने मंगलवार देर रात एमआईजी थाने पर छापामार कार्रवाई करते हुए दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया है। दावा किया है कि दोनों को ₹15000 रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।
लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल की टीम ने यह कार्रवाई की है। बताया गया है कि पुलिस ने एक ऑटो डीलर कमल टेटवाल को पूछताछ के बहाने हिरासत में ले लिया था। जब उनकी पत्नी टीना टेटवाल ने पुलिस से संपर्क किया तो टीआइ अजय वर्मा के पास गई तो उन्होंने मामले के नजदीक एशियन ऑफिसर के पास भेज दिया। सब इंस्पेक्टर राम शाक्य और पीएस टैगोर ने सिपाहियों से बात करने भेज दिया। सिपाहियों ने गिरफ्तारी और तेल का डर दिखाया और व्यापारी कमल को छोड़ने के बदले ₹100000 की मांग की।
पुलिस थाने के सीसीटीवी कैमरे में महिला सिपाहियों के सामने हाथ जोड़ते हुए नजर आ रही है। उससे काफी गिड़गिड़ाने के बाद सिपाहियों ने ₹50000 रुपए की डिमांड की और इसके बिना व्यापारी को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे। टीना सारी बातचीत अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर ली और सीधे लोकायुक्त पुलिस से संपर्क किया।
लोकायुक्त पुलिस ने रिकॉर्डिंग के आधार पर छापामार कार्रवाई प्लान की। टीना को केमिकल युक्त ₹15000 बतौर रिश्वत देने के लिए भेजा गया। जैसे ही टीना के पीछे लोकायुक्त पुलिस के लोग थाना परिसर में आए, सबको उनके आने का पता चल गया। पुलिस वालों ने इसके बाद भी रिश्वत नहीं छोड़ी।
टीना को थाने के पीछे ले गए और एक गाड़ी की डिग्गी में टीना के हाथ से पैसे रखवा दिए। इसके बाद दोनों सिपाही गायब हो गए। लोकायुक्त पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल लोकायुक्त पुलिस ने यह नहीं बताया है कि मामले में सिर्फ दोनों सिपाहियों को नामजद किया गया है या फिर टीआई और इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर को भी आरोपी बनाया गया है।