इंदौर। मध्यप्रदेश में पिछले 10 सालों से वार्षिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई है। सन 2018 में घोषित की गई पात्रता परीक्षा की नियुक्तियां 2022 तक नहीं हो पाई लेकिन फिर भी मध्यप्रदेश में LLB के बाद BEd कोर्स में एडमिशन के लिए मारामारी मची हुई है। 2400 सीटों के लिए 5000 से ज्यादा स्टूडेंट्स कंपटीशन में है।
बीएड कोर्स में प्रवेश का अंतिम राउंड चल रहा है। 8 अगस्त को सूची आएगी और 13 अगस्त तक फीस जमा करना होगी। इंदौर संभाग में 65 से ज्यादा कॉलेजों में एडमिशन की यह प्रक्रिया चल रही है। इस बार ढाई हजार से ज्यादा छात्र एडमिशन से वंचित रह सकते हैं। पहले से ही करीब 5 हजार छात्र वेटिंग लिस्ट में हैं। इसके बाद बीएड में कोई नया राउंड नहीं होगा। यह आखिरी राउंड है। स्थिति यह है कि जनरल कैटेगरी में 60% अंक वालों को भी एडमिशन की गुंजाइश नहीं है।
60% वालों को एडमिशन नहीं, 73% वालों को पसंदीदा कॉलेज नहीं मिला
इस साल बीएड में प्रवेश का क्रेज ऐसा बढ़ा है कि अभी तक जनरल कैटेगरी के 60 फीसदी तक अंक वाले किसी छात्र को कोई कॉलेज नहीं मिला। जबकि 73 फीसदी वाले छात्रों को पसंद का कॉलेज नहीं मिल सका। जिन कॉलेजों में पिछले साल तक 55 फीसदी पर भी आसानी से प्रवेश मिलता था, उनमें इस बार 68 पर भी नहीं मिला है। दरअसल 50 से 60 फीसदी के बीच अंक लाने वाले छात्राें की संख्या 2800 से ज्यादा है, जबकि 60 से 70 फीसदी अंक वाले ही 2200 के आसपास छात्र हैं, जिन्होंने इंदाैर संभाग के कॉलेजाें काे पहली प्राथमिकता दी है, लेकिन उन्हें काेई कॉलेज अलॉट नहीं हुआ है। इंदाैर संभाग के ज्यादातर कॉलेजाें में 30 फीसदी तक सीटें खाली हैं। संभाग के 66 कॉलेजों की 7200 सीटों में से करीब 4800 पर प्रवेश हाे चुके हैं।