इंदौर। मध्यप्रदेश में इंदौर खंडवा रोड पर स्थित कस्तूरबा ग्राम के कस्तूरबा कन्या स्कूल की छात्राएं बुधवार को छात्रावास में हो रही छेड़छाड़ की घटनाओं से तंग आकर परिजनों के साथ भूख हड़ताल पर बैठ गईं। छात्राओं के भूख हड़ताल पर बैठने की खबर सुनने के बाद ट्रस्ट का कोई भी पदाधिकारी ऑफिस नहीं आया। छात्रावास में करीब 51 लड़कियां रहती हैं।
भूख हड़ताल पर बैठी छात्राओं ने राष्ट्रीय कस्तूरबा गांधी ट्रस्ट प्रबंधन के खिलाफ सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम होस्टल में खराब भोजन, गंदगी और असुविधाओं से परेशान है। छात्रावास में हम असुरक्षित हैं, जिसके चलते हमने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला किया है। शाम और रात के समय आसपास के बदमाश लड़के होस्टल में घुसकर छेड़छाड़ और शारीरिक नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। कई बार इसकी शिकायत प्रबंधन को कर चुके है। लेकिन पदाधिकारी हमें डराकर चुप करा देते हैं।
छात्राओं का कहना है कि जब तक हमारी मांग के अनुसार होस्टल में सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। हम सब यहां अपना घर छोड़ पढ़ने आए हैं, लेकिन रात के समय पढ़ाई से ज्यादा अपनी अस्मिता को बचाना हमारी लिए बड़ी चुनौती बन गई है। रात के समय छात्रावास में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं होते हैं। प्रबंधन ने लड़कियों की सुरक्षा के लिए गार्ड भी रखा था। लेकिन रात के समय गार्ड यहां पर मौजूद नहीं होता है।
छात्राओं ने बताया कि जब इसकी शिकायत प्रबंधन से की तो उन्होंने गार्ड को तो हटा दिया, लेकिन उसकी जगह नए गार्ड को आज तक नहीं रखा गया है। गार्ड के नहीं होने से आसपास के बदमाश लड़के बेखौफ छात्रावास में घुसकर आपत्तिजनक हरकत करते हैं। वहीं संस्था के से कुछ दूरी पर ही शराब दुकान हैं। छात्राओं का कहना है कि नशेड़ी सुबह से ही परेशान करने लगते हैं। वे आते-जाते लड़कियों पर कमेंट्स करते हैं। शाम होते ही चारों तरफ अंधेरा रहता है। यहां पर स्ट्रीट लाइट तक नहीं है। यदि हम शाम के समय लड़की को जरूरत का सामान लेने जाने पड़े तो डर के कारण वह होस्टल से बाहर भी नहीं निकल पाती है। प्रबंधन को कई बार कहा गया कि रास्ते पर लाइट की व्यवस्था की जाए, लेकिन उन्होंने कभी भी इसकी सुध नहीं ली।