इंदौर। एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने आज इंदौर में अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। शर्टलेस स्टूडेंट्स ने मनोकामना पूर्ति के लिए कावड़ यात्रा निकाली। कावड़ में गंगाजल नहीं बल्कि पौधे थे। यह यात्रा कलेक्टर ऑफिस में जाकर खत्म हुई जहां पर विद्यार्थियों ने पौधारोपण किया।
उल्लेखनीय है कि इंदौर कृषि विश्वविद्यालय की 30,000 करोड़ रुपए मूल्य की 300 एकड़ जमीन को स्मार्ट सिटी के नाम तक अधिग्रहित किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि यहां पर ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा। कांग्रेस के नेता अरुण यादव का कहना है कि सरकार का प्लान यहां पर कमर्शियल प्रोजेक्ट का है। यह जमीन ऑक्सीजन प्लांट के नाम पर ली जाएगी और फिर कमर्शियल प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ी कंपनी को सौंप दी जाएगी।
स्टूडेंट्स का कहना है कि एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी इंदौर एवं आसपास के लिए किसी भी कमर्शियल प्रोजेक्ट से ज्यादा जरूरी है। इसके कारण किसानों भविष्य में हमेशा अच्छे बीज और फसलों के बारे में मार्गदर्शन मिलेगा। इसके कारण उन्हें खेती में मुनाफा होगा और मध्य प्रदेश हमेशा भारत का सबसे बड़ा कृषि प्रधान देश बना रहेगा। यूनिवर्सिटी की जमीन बचाने के लिए स्टूडेंट्स प्रोटेस्ट कर रहे हैं।