भोपाल। मध्य प्रदेश के कॉलेजों में 16 जुलाई तक एडमिशन होने हैं। अब भी 3.15 लाख (57%) सीटें खाली हैं। पिछले शिक्षा सत्र में यूजी फर्स्ट ईयर में करीब 5 लाख एडमिशन हुए थे, लेकिन इस बार यह आंकड़ा 2.35 लाख है। कम एडमिशन की एक बड़ी वजह 12वीं में पास हुए छात्रों की कम संख्या भी है।
हालांकि अगले 3-4 दिनों में एडिशन लेने वाले छात्रों का कुल आंकड़ा 3 लाख के आसपास पहुंच सकता है। इस साल नया शिक्षा सत्र समय से शुरू करने के लिए एडमिशन प्रक्रिया भी जल्द शुरू कर दी गई थी। 1 जुलाई से नया सेशन शुरू भी हो गया है, लेकिन अब भी प्रमुख कॉलेजों को छोड़कर अन्य कॉलेजों में छात्रों की कमी बनी हुई है।
उच्च शिक्षा के अधिकारियों का तर्क है कि पिछले साल ज्यादा दाखिले होने का बड़ा कारण कोविड रहा। 12वीं में लगभग सभी छात्रों को पास कर दिया गया था। एमपी बोर्ड के ही करीब साढ़े आठ लाख छात्र पास हुए थे। इस वजह से एडमिशन भी करीब 5 लाख हो गए थे। इस बार 12वीं में 4.80 लाख स्टूडेंट्स पास हुए हैं।
अब CBSE के रिजल्ट से कुछ उम्मीद
पिछली बार लगभग सभी छात्र 12वीं में पास हो गए थे, इसलिए एडमिशन लेने वाले छात्रों की संख्या बढ़ गई थी। लगभग दोगुना छात्र पिछले साल पास हुए थे। इस बार ऐसा नहीं है। अब सीबीएसई का रिजल्ट आने के बाद एडमिशन लेने वाले छात्रों की संख्या बढ़ सकती है।