भोपाल। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में हायर सेकेंडरी स्कूल के शासकीय शिक्षक पंचायत चुनाव में पोलिंग एजेंट बन गए। कलेक्टर ने न केवल उन्हें सस्पेंड किया बल्कि FIR भी दर्ज करवा दी है।
मामला रीवा जिले के अकोरी का है। सिरमौर स्थित शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक हीरामणि त्रिपाठी के सुपुत्र सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे। प्रत्याशी का पोलिंग एजेंट राजनीतिक कार्यकर्ता होता है और आदर्श आचरण संहिता के अनुसार शासकीय कर्मचारी चुनाव की किसी भी राजनीतिक गतिविधि में भाग नहीं ले सकता।
शासकीय शिक्षक हीरामणि त्रिपाठी मतदान केंद्र में अपने बेटे का पोलिंग एजेंट बन कर बैठ गए। जब इसकी शिकायत कलेक्टर तक पहुंची तो प्राथमिक स्तर पर ही पुष्टि हो गई। क्योंकि पोलिंग एजेंट का नाम रिकॉर्ड में दर्द होता है। कंफर्म होते ही कलेक्टर ने त्रिपाठी सर को न केवल सस्पेंड कर दिया बल्कि उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करवा दिया।