इंदौर। मध्यप्रदेश में किसानों के उपयोग के लिए गिरदावरी एप तैयार हो गया है। 20 जुलाई को इसे किसानों के लिए लोकार्पण किया जाएगा। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि किसान अपनी फसल की गिरदावरी खुद कर पाएंगे।
इसके लिए किसानों को एमपी किसान एप को डाउनलोड कर अपने एंड्राइड मोबाइल फोन से लागिन करना होगा। इसके बाद किसान को अपने खेत पर जाकर बोई गई फसल दर्ज कर उसका एक फोटो खींचकर अपलोड करना होगा। एक ही मोबाइल से कृषक अपने अन्य खेतों और पूरे खसरों की फसल दर्ज कर सकते हैं। इसके साथ-साथ अपने परिवार के किसी अन्य सदस्य पया आस-पड़ोस के कृषकों की फसल दर्ज कर मदद कर सकते हैं।
इस एप पर जानकारी अपलोड करने के बाद 31 जुलाई से इसी एप में एआइ यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी सैटेलाइट से बोई गई फसल की जानकारी दिखाई देने लगेगी। किसान द्वारा दर्ज की गई फसल और सैटेलाइट में दर्शाई गई फसल एक समान होने पर वह अपने आप सर्वर पर अपलोड हो जाएगी। यदि दोनों जानकारी में भिन्नता होगी तो कृषकों को खेत पर जाकर वास्तविक जानकारी ऊपर बताए अनुसार दर्ज करना होगी।