भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में कमलनाथ बिल्कुल नए किस्म के नेता हैं। नेता प्रतिपक्ष रहते हुए उनका विधानसभा में इंटरेस्ट नहीं था। हाल ही में बताया कि नगर निगम नगर पालिका चुनाव में उनका इंटरेस्ट नहीं है, और आज मतदान नहीं करके एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि उनका मतदान में भी इंटरेस्ट नहीं है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ी ही विनम्रता के साथ कमलनाथ से सवाल किया है। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी थी जिसमें मुख्यमंत्री ने उन्हें आतंकवादी जैसा करार दिया था। कमलनाथ ने अपने बयान में लिखा था कि, शिवराज जी, आप मुझे कितना भी कोसिए, कितना भी भला बुरा कहिए, आपका स्वागत है ! मुझे मेरे मध्यप्रदेश के हितों को पाने, उन्हें सुरक्षित और संवर्धित करने के लिए आपका दिया हर विष स्वीकार है।
इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लिखा है कि, कमलनाथ जी, आपको कोई नहीं कोस रहा और विषपान का तो सवाल ही नहीं उठता है। आपके लिए ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि आप शतायु हो, दीर्घायु हो, स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें लेकिन इस बात का जवाब जरूर दें कि आपने वोट क्यों नहीं डाला?।
शिवराज सिंह ने लिखा कि, मतदान तो लोकतंत्र के प्राण है, आप जगह-जगह जनता से कह रहे हैं, कांग्रेस को वोट दीजिए, लेकिन आप खुद वोट नहीं डाल रहे। क्या आपका लोकतंत्र से विश्वास खत्म हो गया ?
आप तो बड़े आदमी है कमलनाथ जी, वोट डाले तो जनता डालें, गरीब डाले किसान डालें, माताएं बहने डालें लेकिन आप बड़े आदमी हैं सिर्फ राज करेंगे।
आप इधर उधर की बात मत करो, ये बताओ कि वोट क्यों नहीं दिया , और अपने खुद नहीं दिया तो लोग आपकी पार्टी को वोट क्यों दें ?
वोट न डालकर लोकतंत्र का अपमान किया है, कमलनाथ जी आपने।