भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की घोषित सीएम कैंडिडेट कमलनाथ ने उस सवाल का जवाब नहीं दिया जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भरी सभा में उनसे पूछा था। कमलनाथ ने बड़ी ही चतुराई के साथ बात को घुमाने की कोशिश की है। यह कोशिश भी काफी देर से की गई। पिछले लगभग 24 घंटों में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मुद्दे का पूरा फायदा उठा लिया है।
मामला मतदान का है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सीएम कैंडिडेट कमलनाथ ने 8 जुलाई को मतदान नहीं किया। उन्होंने अपनी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को वोट नहीं दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव प्रचार सभाओं में लोगों को इस बात की जानकारी दी और कमलनाथ से सवाल किया कि आपने मतदान क्यों नहीं किया। क्या आपका लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। क्या आपका कांग्रेस पार्टी में विश्वास नहीं है। कमलनाथ की तरफ से तत्काल कोई जवाब नहीं आया। 24 घंटे बाद भी मतदान क्यों नहीं किया, कारण नहीं बताया। हां बात को घुमाने की कोशिश जरूर की गई है। पढ़िए कमलनाथ का इस मुद्दे पर ताजा बयान:-
वाह शिवराज जी !
लोकतंत्र की हत्या कर सौदे से बनी अलोकतांत्रिक सरकार पर बैठकर लोकतंत्र के सम्मान की बात।
2020 में लोकतंत्र का सौदा कर मध्यप्रदेश के 5 करोड़ से अधिक मतदाता भाईयों और बहनों का अपमान करने के बाद लोकतंत्र के सम्मान की बात।
सौदे की 25 विधान सभा के 56 लाख से अधिक मतदाताओं के मतों का अपमान करने के बाद लोकतंत्र के सम्मान की बात।
लोकतंत्र के सम्मान की बात तो आपके मुख से अब अच्छी नहीं लगती।
आपने तो लोकतंत्र का अपमान किया है और मध्यप्रदेश के माथे पर लोकतंत्र के सौदे का कलंक भी आपने लगाया। जनता को तो सौदेबाजी की कीमत भी पता है।
लोकतंत्र का पाठ तो जनता ने आपको 2018 में ही पढ़ा दिया था, और फिर पढ़ाने को तैयार है।