ललित मुद्गल-शिवपुरी। सोशल मीडिया के जरिए हत्या की सुपारी दिए जाने का मामला सामने आया है। पिछोर में एक युवक ने बिहार की एक गैंग को मेडिकल स्टोर संचालक के बेटे की किडनैपिंग करने के लिए बुलाया। प्लान फेल हो गया तो पिता की हत्या करवा दी।
पुलिस ने बताया कि पिछोर शहर की नगरिया कॉलोनी में 21 जुलाई की रात महेश गुप्ता की उन्हीं के घर में हत्या हो गई थी। वह तीसरी मंजिल पर सो रहे थे। घरवालों ने किसी पर शक नहीं बताया इसलिए यह ब्लाइंड मर्डर का मामला हो गया था। पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन के बाद महेश गुप्ता के बेटे अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस में जो कहानी बताइए वह अपने आप बिल्कुल अलग है।
पुलिस ने बताया कि अंकित गुप्ता क्रिमिनल एक्टिविटीज में इंवॉल्व था। पैसा कमाने के लिए अवैध शराब का धंधा करता था। उसका एक साथी नितिन लोधी खनियाधाना का रहने वाला है और लभेडा तिराहे पर रहता था। इन दोनों ने सोशल मीडिया पर बिहार की एक गैंग को सुपारी दी। अपने इलाके के धनवान मेडिकल स्टोर संचालक के बेटे को किडनैप करने का प्लान था। ₹100000 में डील फाइनल हुई थी और 10,000 एडवांस दिए थे।
प्लानिंग के अनुसार बिहार का गैंगस्टर अंकित चौहान पिछोर आ गया। इधर मेडिकल स्टोर संचालक के बेटे की किडनैपिंग का प्लान फेल हो गया। गैंगस्टर ने डील में फाइनल हुआ ₹100000 मांगा साथ ही ऑप्शन दिया कि वह चाहे तो कोई दूसरा क्राइम करवा सकता है। अंकित गुप्ता ने अपने पिता महेश गुप्ता की हत्या करवा दी। पुलिस अंकित गुप्ता की कॉल डिटेल रिपोर्ट के आधार पर गैंगस्टर तक पहुंची और उसे अरेस्ट कर लिया।
अंकित गुप्ता ने अपने पिता की हत्या क्यों करवाई
पुलिस ने बताया कि अंकित गुप्ता का बड़ा भाई इंडियन आर्मी में था। वह शहीद हो गया था इसलिए उसके पिता को 10000000 रुपए मिले थे। अंकित की आदतें अच्छी नहीं थी इसलिए पिता ने उसे पैसे नहीं दिए बल्कि उसके बच्चों के लिए सुरक्षित रखे थे। पैसे प्राप्त करने के लिए अंकित ने अपने पिता की हत्या करवा दी।