ग्वालियर। प्रियंका गांधी वाड्रा कमलनाथ से इतनी नाराज नहीं है जितनी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर गुस्सा हैं। यह मैसेज आज उस समय क्लियर हुआ जब ग्वालियर में कांग्रेस पार्टी की जीत पर प्रियंका गांधी ने प्रसन्नता पूर्वक पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं (सतीश सिकरवार एवं उनके समर्थक) को बधाई दी।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने 3 नगर निगम महापौर पद के चुनाव जीते लेकिन प्रियंका गांधी ने केवल ग्वालियर और जबलपुर के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को बधाई दी। बताने की जरूरत नहीं की ग्वालियर यानी ज्योतिरादित्य सिंधिया और जबलपुर यानी विवेक तन्खा, जिन्हें मध्यप्रदेश में कमलनाथ का समर्थक माना जाता है परंतु AICC में उनका अपना अस्तित्व है।
यहां लिखना जरूरी है कि प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनते हुए देखना चाहती थी। आखरी समय तक उन्हें विश्वास था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ को डरा रहे हैं, कांग्रेस को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। कांग्रेस के सूत्रों का दावा है कि प्रियंका गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कुछ समय इंतजार करने का मैसेज दिया था।
मप्र नगर निकाय चुनावों में सराहनीय व साहसी प्रदर्शन के लिए मप्र कांग्रेस के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को बधाई।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 17, 2022
भाजपा सरकार के चौतरफा हमलों, धन-बल के बावजूद आपकी जी-तोड़ मेहनत ने आज ग्वालियर नगर निगम में 57 साल बाद व जबलपुर में 23 साल बाद कांग्रेस का झंडा गाड़ कर इतिहास रच दिया। pic.twitter.com/Yx7rY0ahuf
ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्वालियर में भारतीय जनता पार्टी की हार की खुशी कांग्रेस पार्टी के दिल्ली मुख्यालय में कितनी ज्यादा है, इसका अंदाज जयराम रमेश के ट्वीट से लगाया जा सकता है। उन्होंने अपने बयान में लिखा है कि, ग्वालियर नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत से ज्यादा खुशी मुझे किसी और चीज में नहीं हुई। शानदार प्रदर्शन!भाजपा यहां 'क्रैश' होकर गिर गई है।
ग्वालियर नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत से ज्यादा खुशी मुझे किसी और चीज में नहीं हुई। शानदार प्रदर्शन!
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 17, 2022
भाजपा यहां 'क्रैश' होकर गिर गई है।