भोपाल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में तहसीलदार सुधीर कुमार जैन ने बड़ी गड़बड़ी कर दी है। पंचायत चुनाव में बतौर रिटर्निंग ऑफिसर उन्होंने एक ऐसे उम्मीदवार को विजेता घोषित कर दिया, जिसने अपना नाम वापस ले लिया था। मजेदार बात तो यह है कि इसकी जानकारी चुनाव आयोग को भेज दी गई और उसे उपसरपंच के निर्वाचन के लिए आमंत्रित भी कर लिया गया।
मामला बैतूल के आमला तहसील के हसलपुर पंचायत का है। यहां वार्ड नंबर तीन में अमित पिता बलवंत को रिटर्निंग आफिसर और तहसीलदार सुधीर कुमार जैन ने निर्वाचन की घोषणा का प्रमाण पत्र जारी कर दिया। यही नहीं इस व्यक्ति को 24 तारीख को होने वाले उस सम्मिलन में शामिल होने की सूचना भी भेज दी गई जिसमें उप सरपंच चुना जाना है। सबसे बड़ी चूक तो यह हो गई की प्रारूप 26 क में इस व्यक्ति के निर्वाचन की सूचना चुनाव आयोग को भी भेज दी गई।
नेहरू उईके का दावा है कि वार्ड नंबर 3 से उसमें चुनाव लड़ा है और वही जीता भी है। अमित ने तो अपना नाम ही वापस ले लिया था और वह निर्विरोध निर्वाचित हुआ था लेकिन तहसीलदार एवं रिटर्निंग ऑफिसर सुधीर जैन ने नाम वापस लेने वाले प्रत्याशी को निर्वाचित घोषित कर दिया और उसे प्रमाण पत्र भी दे दिया। यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह किसी गलती के कारण हुआ या फिर यह एक चुनाव घोटाला है।