भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नया घर विदिशा बाढ़ में डूब गया है। कल रात से लेकर आज शाम 8:00 बजे समाचार लिखे जाने तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी थे। एक व्यक्ति पानी में डूब गया। इधर विदिशा के संरक्षक शिवराज सिंह चौहान चुनावी रैलियों के जनसैलाब में गोते लगा रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान अक्षर बताते हैं कि यदि मध्य प्रदेश में कहीं कोई नागरिक संकट में होता है तो वह रात भर सो नहीं पाते। उनका अपना विदिशा शहर पिछले 24 घंटे से संकट में है। हजारों घरों में बाढ़ का पानी भर गया। सैकड़ों लोग बाढ़ के पानी में फंस गए थे। सुबह से लेकर रात तक लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहे हैं। लोगों की जान बचाने के लिए, सक्षम लोग एवं प्रशासनिक टीम जान का जोखिम उठा रहे हैं।
ताजा समाचार यह है कि द्वारकापुरी गेट के पास 26 साल का बाबूलाल अहिरवार बाढ़ के पानी में डूब गया। समाचार लिखे जाने तक उसका पता नहीं चल पाया था। ऐसी स्थिति में जबकि मुख्यमंत्री का पूरा फोकस बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने का होना चाहिए था, शिवराज सिंह ने सुबह पौधारोपण किया और दिन भर चुनावी रैलियों में स्वागत करवा रहे हैं।
लोगों को आश्वासन दे रहे हैं कि यदि कभी संकट आया तो आपका शिवराज हमेशा आपके साथ खड़ा रहेगा। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से भी विदिशा के लिए कोई विशेष नहीं किया गया है। कलेक्टर को उनके पास उपलब्ध संसाधनों की भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। बाढ़ प्रभावित लोगों को प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में और दूसरी जगह शिविर बनाकर ठहराया गया है।
समाजसेवी संस्थाएं और जागरूक नागरिक उनके लिए भोजन पानी का प्रबंध कर रहे हैं। शिवराज सिंह की टीम के भारतीय जनता पार्टी के नेता भी लोगों की मदद करते हुए नजर नहीं आए।