उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में लाेकायुक्त ने 12 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पटवारी नितिन खत्री को उसके महाकाल वाणिज्य केंद्र स्थित निजी कार्यालय से गिरफ्तार किया है। आरोपित पटवारी ने एलआइसी से सेवानिवृत्त अधिकारी से जमीन की नपती व नामांतरण के एवज में घूस मांगी थी। 9 माह से आरोपित पटवारी उसे परेशान कर रहा था।
लोकायुक्त निरीक्षक राजेंद्र वर्मा ने बताया कि हरिओम विहार कालोनी निवासी रवींद्र देशपांडे LIC से सेवानिवृत्त हैं। देशपांडे ने कुछ समय पूर्व पत्नी रेणुका के नाम पर मोहनपुरा में करीब पौने दो बीघा जमीन खरीदी थी। जिसका नामांतरण व नपती करने के लिए देशपांडे ने 9 माह पूर्व आवेदन दिया था। मगर पटवारी नितिन खत्री देशपांडे से 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहा था। इस पर देशपांडे ने लोकायुक्त को शिकायत की थी।
देशपांडे ने पटवारी से रिश्वत की राशि कुछ कम करने के लिए कहा था। दोनों के बीच 12 हजार रुपये में सौदा तय हुआ था। जिसकी रिकार्डिंग लोकायुक्त ने करवा ली थी। चुनाव डयूटी के कारण पटवारी रुपये नहीं ले पा रहा था।पटवारी ने देशपांडे को रुपये लेकर अपने महाकाल वाणिज्य केंद्र स्थित निजी आफिस में बुलाया था। जहां जैसे ही देशपांडे ने रिश्वत के 12 हजार रुपये पटवारी नितिन खत्री को दिए लोकायुक्त की टीम ने उसे दबोच लिया। टीम ने आरोपित को रंगे हाथों गिरफ्तार कर उसके पास से घूस के रुपये जब्त कर लिए।