यह एक जीरो इन्वेस्टमेंट बिजनेस प्लान है। स्मार्टफोन सभी के पास होता है और अच्छी क्वालिटी का 100 विजिटिंग कार्ड प्रिंट कराने के लिए ₹250 से ज्यादा नहीं लगता। इसकी मदद से ना केवल आप 15-20 हजार रुपए महीने कमा सकते हैं बल्कि आप की एक टीम भी बन जाएगी और कुछ मिडिल क्लास बिजनेसमैन की प्रॉब्लम भी सॉल्व हो जाएगी।
HR agency के बारे में तो आपने सुना ही होगा। जितनी भी बड़ी कॉरपोरेट कंपनियां होती है वह अपने लिए कर्मचारियों की तलाश का काम HR agency को दे देती है। मिडिल क्लास की कंपनियां विज्ञापन जारी कर देती हैं। उनके ऑफिस में लाइन लग जाती है, लेकिन अपने आसपास के दुकानदारों को जब असिस्टेंट की जरूरत होती है तो उनके पास कोई विकल्प नहीं होता। जान पहचान के लोगों से कह कर लड़कों को काम पर रखा जाता है।
हर शहर में ऐसी दुकानें होती है जहां हर महीने लाखों का कारोबार होता है लेकिन असिस्टेंट को लड़का कहकर पुकारा जाता है और उसके रिक्रूटमेंट का कोई प्रोसीजर नहीं होता। कई बार लड़के नौकरी छोड़ कर चले जाते हैं, दुकानदार बैठे रह जाते हैं। नया लड़का मिलने तक व्यापार प्रभावित होता है। आपकी एचआर एजेंसी इसी प्रॉब्लम को सॉल्व करेगी।
आपको अपने इलाके में एक्टिव हो जाना है। डाटा कलेक्शन करना है। एक तरफ दुकानदारों के नाम नंबर और पता, उनसे जान पहचान और दूसरी तरफ इस तरह के बेरोजगार युवक-युवतियों की लिस्ट तैयार करनी है जिन्हें नौकरी की सख्त आवश्यकता है और वह दुकानों पर काम करने के लिए तैयार हैं। आपके स्मार्टफोन में दोनों तरह की लिस्ट बन जाएगी।
जब आपके पास युवक-युवतियों की लिस्ट तैयार हो जाए तब आप दुकानदारों से संपर्क करें। आपका विजिटिंग कार्ड उनको प्रभावित करेगा। जब भी उन्हें जरूरत होगी वह आपको कॉल करेंगे। सबसे अच्छी बात यह है कि आप की प्रॉपर्टी (बेरोजगार) कभी खत्म नहीं होंगे। जब कभी वह एक दुकान से रिजाइन करेंगे तो अगले जॉब के लिए डायरेक्ट आपसे कांटेक्ट करेंगे। समय-समय पर आप भी अपने क्लाइंट और टीम के टच में रहेंगे।
HR agency का रेवेन्यू मॉडल बहुत सिंपल होता है। थोड़ा सा पैसा दुकानदार से लिया जाता है और थोड़ा सा बेरोजगार से उसकी पहली सैलरी मिलने पर। यदि आप एक रिक्रूटमेंट के लिए सिर्फ ₹1000 चार्ज करते हैं और महीने भर में मात्र 15 नंबर तक पहुंच पाते हैं तो ₹15000 आपके। थोड़ा बिजनेस चल पड़े तो अपने ही घर में एक कमरे को ऑफिस बना लेना।