आज अपन एक ऐसे बिजनेस आइडिया के बारे में डिसकस करेंगे, जो नया तो बिल्कुल नहीं है लेकिन तेजी से दौड़ते जमाने के साथ दौड़ नहीं लगा पाया था, लेकिन यह प्रोडक्ट अब एक बार फिर जनता की जरूरत बन गया है।
सभी को पता है कि भारत में सिंगल यूज प्लास्टिक बैन हो चुकी है और आने वाले कुछ समय में प्लास्टिक यूज़ करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होने लगेगी। इसके विकल्प पर काम शुरू हो चुका है। महानगरों में पॉलिथीन दिखाई नहीं देती, उसकी जगह दूसरे कई प्रकार के बैग आ गए हैं। इनकी कीमत 5 से 10 रुपए होती है और पॉलिथीन की तरह सिंगल यूज़ किए जाते हैं। मेट्रो सिटी में तो ठीक है लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या भारत के छोटे शहरों में आम नागरिक पॉलिथीन के विकल्प के तौर पर आने वाले बैग के लिए ₹5 देने को तैयार होगा।
छोटे शहरों के लिए कुछ और तैयार करना पड़ेगा। यही अपना टारगेट प्रोडक्ट है। फटे पुराने कपड़ों से बैग बनाने का बिजनेस। यदि थोड़ी सी क्रिएटिविटी का उपयोग करेंगे तो फटे पुराने कपड़ों से बड़े ही सुंदर सुंदर बैग बनाए जा सकते हैं। इनकी कीमत भी ज्यादा हो सकती है और आमतौर पर बनने वाले बैग के साथ सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लोगों को दूसरी बार बैग नहीं खरीदना पड़ेगा। यदि वह बाजार से सप्ताह में 5 बार कोई सामान लाए और उसके साथ पांच बैग भी आ गए तो उन्हें फिर से यूज किया जा सकता है या फिर दुकानदार को वापस किया जा सकता है।
जिस प्रकार की परिस्थितियां निर्मित हो गई हैं, पुराने कपड़ों से बैग बनाने के बिजनेस में काफी पोटेंशियल है।