जब भी पश्चिमी विक्षोभ गुजरता है तब हवाओं के एक चक्रवात बन जाता है जिसे साइक्लोनिक सर्कुलेशन कहते हैं। यह सर्कुलेशन हवा व नमी का मिश्रण होता है जो आगे जाकर बारिश करने का काम करता है।
एंटी साइक्लोनिक सरकुलेशन क्या होता है- What is Anti-cyclonic circulation
हवा के बिखरने की प्रक्रिया को Anti-cyclonic circulation कहते हैं। जैसा कि नाम से स्पष्ट है यह साइक्लोनिक सरकुलेशन से ठीक विपरीत परिस्थिति होती है। साइक्लोनिक सरकुलेशन में हवाएं संगठित होकर ऊपर की तरफ बढ़ती है और लो प्रेशर एरिया बनाती है। एंटीसाइक्लोनिक सरकुलेशन इसका विपरीत होता है और हाई प्रेशर एरिया बनता है।
एंटीसाइक्लोन में तेज हवा का ब्लास्ट ऊपर से नीचे की तरफ आता है। गर्म हवाएं नीचे आती है और उन में नमी नहीं होती। इसके कारण वातावरण में गर्मी पड़ जाती है। सरल हिंदी में समझें तो साइक्लोनिक सरकुलेशन के कारण बारिश होती है और एंटी साइक्लोनिक सरकुलेशन के कारण गर्मी बढ़ती है।