भोपाल। भारत मौसम विज्ञान विभाग के द्वारा जारी मौसम का पूर्वानुमान एवं किसान मौसम बुलेटिन के अनुसार मध्य प्रदेश के 24 जिलों में भारी वर्षा की संभावना है। नदी नालों में बाढ़ आने का खतरा है। नागरिकों को सावधान करने के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति 16 अगस्त तक बनी रहेगी।
मध्य प्रदेश मौसम का पूर्वानुमान- किस जिले में कितनी वर्षा होगी
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया एवं रायसेन जिलों में भारी वर्षा की संभावना है। उपरोक्त जिलों के कुछ इलाकों में 115 मिलीमीटर तक बारिश हो सकती है। नदी नालों में बाढ़ आ सकती है।
उपरोक्त के अलावा भोपाल, शहडोल, जबलपुर, सागर, रीवा, चंबल एवं ग्वालियर संभागों
के जिलों में गरज चमक के साथ हल्की बारिश लेकिन वज्रपात का खतरा है। उल्लेखनीय है कि इस साल वज्रपात के कारण मध्यप्रदेश में 150 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी है। उपरोक्त सभी जिलों के लिए मौसम विभाग द्वारा येलो अलर्ट जारी किया गया है। यानी किसी भी प्रकार की गतिविधि करने से पहले मौसम की स्थिति देखें एवं उस का पूर्वानुमान लगाते हुए ही निर्णय करें।
मध्य प्रदेश मौसम समाचार- कहां कितना पानी बरसा
पिछले 24 घन्टों के दौरान प्रदेश के रीवा, जबलपुर, शहडोल, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर भोपाल, इंदौर एवं सागर संभागों के जिलों में अनेक स्थानो पर वर्षा दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा मवई क्षेत्र में 17 सेंटीमीटर, सतना 14, सोहावल कटनी 12. रामपुर बाघेलान, बिछिया 11, रामनगर, गोहपरू, नागौद 10. गुढ 9 बिलहरी, वेंकटनगर, बिरसा, सिंगोडी, जयसिंहनगर, बैहर देवेन्द्रनगर एवं मलोंजखण्ड क्षेत्र में 8 सेंटीमीटर दर्ज की गई।