मध्य प्रदेश के 27 जिलों में स्थिति चिंताजनक हो गई है। कलेक्टर सहित पूरा जिला प्रशासन बाढ़ में फंसे हुए लोगों को निकालने में जुटा हुआ है। भोपाल सहित कई जिलों में कलेक्टर द्वारा 23 अगस्त को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है परंतु रेस्क्यू ऑपरेशन में व्यस्तता के कारण यदि कहीं किसी कलेक्टर के ऑफिस से आदेश जारी नहीं हो पाए हैं तब भी, शासन की ओर से अपील की गई है कि किसी भी प्रकार का जोखिम ना उठाएं।
मध्य प्रदेश के 27 जिलों में ना केवल मूसलाधार बारिश हो रही है बल्कि तेज आंधी भी चल रही है जिसके कारण कई पेड़ गिर गए हैं। पेड़ों के गिरने के कारण कुछ लोगों की मृत्यु भी हो गई है। कई स्कूलों में पानी भर गया है और रास्ते जाम हो गए हैं। ऐसी स्थिति में मौसम विभाग द्वारा अपील जारी की गई है कि सभी लोग अपने घरों में रहे। बच्चे और बुजुर्गों को घर से बाहर ना निकलने दें। किसी भी स्थिति में जोखिम पूर्ण कदम ना उठाएं। अतः स्पष्ट होता है कि जिन इलाकों में मौसम खराब है वहां बच्चों को स्कूल ना भेजें।
मध्य प्रदेश में 23 अगस्त के लिए इन जिलों में अलर्ट जारी
मौसम केंद्र भोपाल के अनुसार अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच एवं राजगढ़ जिले में घनघोर बारिश होगी। इसके कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाएगा। नदी नालों में बाढ़ आ जाएगी। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम की असामान्य की स्थिति 24 अगस्त 2022 तक रह सकती है।
उपरोक्त के अलावा नर्मदा पुरम, हरदा, बैतूल, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, विदिशा, रायसेन, सीहोर एवं भोपाल जिला में मूसलाधार बारिश होगी। इनमें से जो इलाके रेड अलर्ट में थे वहां संकट बढ़ जाएगा। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। नागरिकों से अपील की है कि मौसम के खराब होने की स्थिति में अपनी रक्षा करें। बचाव के प्रबंध करके रखें एवं किसी भी प्रकार का खतरा ना लें।