कॉमनवेल्थ गेम्स की रोचक कहानी और स्टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण जानकारी- General knowledge Hindi

Bhopal Samachar
क्या आपको मालूम है भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने हाल ही में सम्पन्न हुए कॉमन वेल्थ गेम्ज़ में सिल्वर मेडल जीत कर भारत को क्रिकेट का अपना पहला मेडल जिताया है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने कॉमन वेल्थ गेम्ज़ में अच्छा प्रदर्शन करते हुए पहले तो मेज़बान इंगलेंड को हरा कर अपनी जगह फ़ाइनल में बनाई और फिर फ़ाइनल में एक मज़बूत ऑस्ट्रेलिया की टीम को कड़ी टक्कर दी। 

अगर भारत की ओपनिंग थोड़ी अच्छी हो जाती या भारतीय कप्तान हरमन प्रीत अंत तक खेल जाती तो भारत की जीत तय थी। भारत 162 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मात्र 9 रन पीछे रह गया। बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए, शुरुआती झटकों के बाद जेमिमीयह राड्रीगेज़ और कप्तान हरमन अच्छा खेल रहे थे और 14 ओवर तक 2 ही विकेट थे पर उसके बाद रन गति बढ़ाने के चक्कर में जेमिमीयह ने स्लोअर बोल पढ़ नहीं पाई और ग़लत शॉट खेल बैठी, जिसके बाद एक एक कर विकेट गिरते चले गए। 

थोड़ा क़िस्मत का साथ भी भारत के साथ नहीं रहा। फ़ील्डिंग के दौरान सर पर गेंद लगने से भारत की विकेट कीपर को बैटिंग में रिप्लेस करना पड़ा जिससे भारतीय बल्लेबाज़ी थोड़ी कमजोर पड़ गई। तानिया भाटिया अगर बैटिंग कर पाती तो शायद सम्भावनाएँ कुछ और होती। 

बल्लेबाज़ी से पहले भारतीय टीम ने बेंदबाज़ी अच्छी की। अगर हरमनप्रीत कौर का एक ओवर निकाल दें जो 17 रन का था तो बाक़ी गेंदबाज़ी अच्छी रही। भारतीय टीम ने 4 बेहतरीन कैच पकड़े, 2 सटीक रन आउट किए और एक बेहतरीन स्टम्पिंग। फ़ील्डिंग में भारतीय टीम का जलवा देखते ही बनता था। गेंदबाज़ी की बात करें तो हिमाचल की रेणुका ठाकुर ने भारत को शुरुआती सफलता दिलाई और बसबसे सफल गेंदबाज़ रही। उन्होंने 4 ओवर में 25 रन देकर 2 विकेट लिए। 

अगर भारत 150 तक ऑस्ट्रेलिया को रोक पाता तो शायद एक गोल्ड और भारत की झोली में होता। पर इस हार के बावजूद भी भारत ने इतिहास रचा और क्रिकेट में भारत को अपना आज तक का पहला मेडल किसी अंतराष्ट्रीय टूर्नामेंट में दिलाया। 

कॉमनवेल्थ गेम्स में क्रिकेट को कब शामिल किया गया

क्रिकेट कॉमन वेल्थ में एक ऑप्शनल खेल है और इससे पहले 1998 में पुरुष टीम के साथ इसे खेला गया था। तब फ़ाइनल में साउथ अफ़्रीका में ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराया था। उसके बाद अब 2022 में क्रिकेट को सम्मिलित किया गया, पर इस बार सिर्फ़ महिला टीम को प्रतिस्पर्धा करना था। इन दो अवसरों के अतिरिक्त कभी भी कॉमन वेल्थ में क्रिकेट नहीं खेला गया। 

कॉमन वेल्थ के अलावा क्रिकेट को अलिम्पिक्स में भी अब तक सिर्फ़ एक बार खेला गया है, वर्ष 1930 पेरिस ओलंपिक्स में ब्रिटेन और मेज़बान फ़्रान्स के बीच यह मैच हुआ था। इन दो टीम के अलावा किसी अन्य टीम ने तब भागीदारी नहीं ली थी।

कॉमन वेल्थ गेम कब शुरू हुआ, किसने शुरू किया

कॉमन वेल्थ गेम या राष्ट्रमंडल खेल की अगर बात करें तो इसकी शुरुआत 1930 में कनाडा में हुई थी। तब से हर 4 वर्ष में इसका आयोजन होता है। 1942 और 1946 में कॉमन वेल्थ गेम्ज़ द्वितीय विश्व युद्ध की वजह से नहीं हुए थे। अमूमन 25 खेलों की इस प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले देश वो देश होते हैं जिन पर कभी ब्रिटिश हुकूमत थी। 

कॉमनवेल्थ गेम्स और इंटरनेशनल पॉलिटिक्स का रिलेशन

अगर सिर्फ़ खेल के नज़रिए से देखें तो यह एक 56 देशों के कॉमन वेल्थ समूह का क्रीड़ा आयोजन है पर अगर ग़ुलामी के ज़ख़्मों को कुरेद के देखें तो यह आयोजन खेल कम और ग़ुलामी की याद दिलाने वाला एक कार्यक्रम ज़्यादा लगेगा। 1949 में लंदन में कॉमन वेल्थ प्राइम मिनिस्टर मीटिंग हुई, जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे कृष्णा मेनन जो कि नेहरू के बेहद करीबी थे, उन्होंने लंदन डेक्लरेशन पर भारत की सहमति जताते हुए यह माना कि "जब जनवरी 1950 में भारत एक गणतंत्र होगा तो वह कॉमन वेल्थ का सदस्य बना रहेगा और ब्रिटिश सर्वभौमता या ब्रिटिश प्रभुता को इसके आज़ाद सदस्य देशों के समूह के तौर पर स्वीकार करेगा, जिसका प्रतिनिधित्व ब्रिटेन करेगा।" 

जिस पर जॉर्ज iv ने अपनी सहमति जताई। अंग्रेजों से हमारे तब के नेताओं के मोह मोह के धागे तब भी अटूट थे। देश आज़ाद हो चुका था मगर सोच नहीं। क्यूँकि इस मीटिंग का उद्देश्य ही ये था कि अपने ग़ुलाम रहे देशों को कैसे एक साथ जोड़ कर रखा जाए। 

चूँकि आयअर्लेंड ने एप्रिल 1948 में आज़ाद होते ही अपने आप को कॉमन वेल्थ से अलग कर लिया था, इसी चिंता फ़िक्र में यह मीटिंग रखी गई कि बाक़ी देशों की राय भी पूछ ली जाए। जिन्हें नहीं पता, उनकी जानकारी के लिए बता दें कि कॉमन वेल्थ में जो नॉर्धर्न आयअर्लेंड है वो रिपब्लिक ओफ़ आयअर्लेंड से अलग है। नॉर्धर्न आयअर्लेंड, स्काट्लंड, इंगलेंड और वेल्ज़ मिल कर यूनाइटेड किंग्डोम बनाते है।

अगर 2022 के कॉमन वेल्थ की बात करें तो भारत 22 स्वर्ण और कुल 61 मेडल के साथ चौथे स्थान पर रहा। जोकी 2018 की अपेक्षा कमतर है। 2018 में भारत 26 स्वर्ण और 66 मेडल के साथ तीसरे पायदान पर था। वहीं TOP-5 की बात करें तो 2018 और 2022 में शीर्ष 5 देश वही है। बस उनके स्थान थोड़े ऊपर नीचे हो गए हैं। ये देश है ऑस्ट्रेल्या, इंगलेंड, भारत, कनाडा, न्यूजिलेंड। 

पहले तो कभी एक कांस्य पदक आ जाए हम उसी में खुश हो जाते थे पर अब भारतीय खिलाड़ी बहुत अच्छा कर रहे हैं और स्वर्ण पदक आम बात हो गई है जो बहुत ही सुखद समाचार है। इतना सब समझने के बाद यही उम्मीद करते हैं कि जिस तरह से भारत सरकार इन खेलों को समर्थन दे रही है हमें भविष्य में और भी मेडल मिलें और हम किसी दिन अंग्रेजों को उन्ही के बनाए इस आयोजन में बुरी तरह से पछाड़ दें। 

भारत सरकार कैसे खेलों को प्रोत्साहित कर रही है इसके बारे में आगे आने वाले अंक में समझेंगे । बहुत सारी योजनाएँ है जिन्होंने कुछ ही सालों में भारत को पदक तालिका में ऊपर उठाया है । तब तक भारत की इस जीत का आनंद लें। लेखक - राजा नितिन परिहार 

उपरोक्त लेख में निम्न प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं
  1. commonwealth games are held after how many years 
  2. 2022 commonwealth games held in which country
  3. what is commonwealth games
  4. when was the first commonwealth games held
  5. commonwealth games started in which year
  6. when was the commonwealth games started
  7. commonwealth games 2022 will be held in which country

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