मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सुपरवाईजर, LHV, MPW, ANM, के द्वारा स्वास्थ्य सूचकांकों को अनमोल ऐप में एंट्री की जाती है और इसी ऐप के माध्यम से स्वास्थ्य योजना के हितग्राहियों को आर्थिक भुगतान भी किया जा रहा है। जिसमें अनेकों प्रकार की समस्याओं से कर्मचारियों को सामना करना पड़ता है।
इसके कारण पात्र हितग्राहियों द्वारा CM HELPLINE पर शिकायतें दर्ज की जाती हैं। उक्त CM HELPLINE दर्ज होने का कारण दोषारोपण जमीनी कार्यकर्ताओं पर अधिकारियों द्वारा मढा जा रहा है जबकि हितग्राहियों को नियमानुसार भुगतान करने संबंधी समस्त जिम्मेदारी ब्लाक एवं जिला स्तर के अधिकारियों की होती है, न कि जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की ?
अनमोल पोर्टल से आर्थिक भुगतान संबंधी प्रक्रिया से अलग रखते हुए पूर्ववत भुगतान प्रणाली अपनाई जाए, केवल जांच एवं टीकाकरण जानकारी संबंधी ही जानकारी ही अनमोल एप्प के माध्यम से उपलब्ध कराई जाये। भुगतान संबंधी कोई कार्य अनमोल पोर्टल से न किया जाये। जिससे सीएचओ एवं एएनएम को भुगतान संबंधी समस्याओं से निजात मिल सके। अनमोल एप के माध्यम से भुगतान की गडबडी होने पर कर्मचारियों का वेतन रोकने तक की कार्यवाही की जाती है, जिससे उनमें अत्यंत रोष व्याप्त है।
संघ के योगेन्द्र दुबे , अर्वेन्द्र राजपूत अवधेश तिवारी अटल उपाध्याय , मुकेश सिंह , मिर्जा मंसूर बेग , आलोक अग्निहोत्री , ब्रजेश मिश्रा , दुर्गेश पाण्डेय , योगेन्द मिश्रा,मनोज सिंह , परशुराम तिवारी , वीरेन्द्र चंदेल , एस पी बाथरे , एस .के . वर्मा , राजेश चतुर्वेदी , मनोज खन्ना , दिलराज झारिया , सतीश देशमुख , रमेश काम्बले , सी एन शुक्ला , अमित पटेल , नीरज मिश्रा , विनीत विश्वकर्मा , अमित गौतम , रितुराज गुप्ता , संदीप चौबे , चूरामन गूजर , शैलेन्द्र दुबे , रामकृष्ण तिवारी , निशांक तिवारी , तुषरेन्द्र सिंह , नीरज कौरव , मनोज सिंह , शेरसिंह , अभिषेक वर्मा , संतोष तिवारी , प्रियांशु शुक्ला , मनीष लोहिया , मनीष शुक्ला , मो . तारिक , श्यामनारायण तिवारी आदि ने स्वास्थ्य आयुक्त से मांग कि है कि अनमोल एप को आर्थिक भुगतान की प्रक्रिया से मुक्त रखा जाये।