मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों में दिन-रात जुटे कांग्रेस पार्टी के सीएम कैंडिडेट कमलनाथ से आज कुछ पत्रकारों ने फिर से पूछ लिया। क्या वह पार्टी के लिए अपने व्यक्तिगत उद्देश्य को भूलकर राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।
इस बार कमलनाथ ने बहुत स्पष्ट शब्दों में कहा कि, मैं पहले ही कह चुका हूं कि मैं मध्यप्रदेश नहीं छोडूंगा। उल्लेखनीय है कि इससे पहले कमलनाथ हमेशा यह कहते थे कि उन्हें हाईकमान ने मध्य प्रदेश भेजा है। हाईकमान जैसा कहेगा, वह उसका पालन करेंगे। श्री कमलनाथ ने कई बार यह भी कहा है कि वह मुख्यमंत्री बनना नहीं चाहते। उन्हें अब किसी भी पद का लालच नहीं है। परंतु आज के बयान ने स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने अपना टारगेट सेट कर लिया है और वह किसी भी स्थिति में डिस्टर्ब होना नहीं चाहते।
कमलनाथ ने बताया कि, आज भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मध्यप्रदेश के सभी ज़िला अध्यक्षों, विधायकों, ज़िला प्रभारियों, सह प्रभारियों की महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित कर सभी से संवाद किया, आगामी रणनीति पर उनसे चर्चा की।