मध्यप्रदेश के मुरैना शहर में स्थित एक आश्रम से गायब हुई तीन लड़कियों की तलाश ग्वालियर की बदनाम बस्ती बदनापुरा में की जा रही है। पुलिस का कहना है कि उन्हें एक लड़की की लोकेशन इसी इलाके में मिली है। पुलिस को शक है कि यह मामला ह्यूमन ट्रैफिकिंग का हो सकता है। मुरैना पुलिस जब लड़कियों की तलाश करने बदनापूरा में पहुंची तो पुलिस की टीम पर पथराव कर दिया गया। यह क्षेत्र कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की विधानसभा में आता है। श्री तोमर अक्सर यहां दौरा करते रहते हैं।
ज्ञानेश्वरी आश्रम से लापता लड़की की लोकेशन बदनापुरा में मिली
ग्वालियर के पड़ोसी शहर मुरैना के सिटी कोतवाली इलाका स्थित ज्ञानेश्वरी आश्रम में रह रहीं तीन लड़कियां सोमवार दोपहर अचानक गायब हो गईं। लड़कियों के गायब होने का पता चलते ही आश्रम प्रबंधन ने इसकी शिकायत पुलिस से की। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उनकी तलाश शुरू की तो एक लापता लड़की का मोबाइल ऑन मिला। मोबाइल की लोकेशन मुरैना-ग्वालियर के बॉर्डर पर बसे बदनापुरा गांव के पास मिली।
मुरैना की पुलिस पार्टी पर पथराव, बदनापुरा बस्ती में घुसने नहीं दिया
बदनापुरा की लोकेशन आते ही मुरैना पुलिस अलर्ट हो गई। यह ग्वालियर का बदनाम गांव हैं। यहां पहले भी बाहर की लड़कियों और लापता लड़कियों की खरीद फरोख्त के केस सामने आ चुके हैं। गांव में जब भी पुलिस जाती है तो विरोध का सामना करना पड़ता है। कई बार पथराव भी किया जाता है। मुरैना के सिटी कोतवाली थाना पुलिस की एक टीम मंगलवार को ग्वालियर के पुरानी छावनी थाना स्थित बदनापुरा गांव पहुंची। मुरैना पुलिस ने जैसे ही गांव के एन्ट्री गेट पर कदम रखा तो विरोध का सामना करना पड़ा। वहां लोगों ने पथराव कर मुरैना पुलिस की टीम को खदेड़ दिया।
जब तक पुलिस लौट कर आई लड़कियां गायब हो गई थी
खदेड़े जाने के बाद मुरैना पुलिस ने ग्वालियर पुरानी छावनी पुलिस से मदद मांगी और पूरे मामले से अवगत कराया। जिसके बाद फोर्स के साथ ग्वालियर पुलिस के साथ वापस बदनापुरा लौटी और छानबीन की। पर पुलिस को बच्चियां नहीं मिलीं हैं, जबकि पुलिस को यहां की लोकेशन मिली थी।
तीनों लड़कियां लड़कियां पिछले साल बदनापूरा से ही आई थी
आश्रम से लापता हुईं तीनों लड़कियों की उम्र 19 से 21 साल के बीच की है। यह साल 2021 में मुरैना के स्टेशन रोड पर चाइल्ड लाइन को मिली थीं। तब इनसे बदनापुरा में वैश्यावृत्ति का खुलासा हुआ था। यह वहीं रहती थीं। इसके बाद बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया था जहां से तीनों लड़कियों को मुरैना के ज्ञानेश्वरी आश्रम में भेजा गया था।
बदनापुरा को ग्वालियर की बदनाम बस्ती क्यों कहते हैं
ग्वालियर के पुरानी छावनी स्थित बदनापुरा हमेशा से कम उम्र की लड़कियों की खरीद फरोख्त के लिए बदनाम हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपी हमेशा बदनापुरा का नाम लेते हैं परंतु जब भी पुलिस सर्चिंग के लिए जाती है तो वहां उसे कोई लड़की नहीं मिलती। पुलिस के कुछ सिपाहियों का कहना है कि इस गांव में कभी भी पुलिस पहली बार में प्रवेश नहीं कर पाती। उसका विरोध किया जाता है और तब तक लड़कियां गायब हो जाती हैं।