भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई ने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के खास प्रीतम लोधी को भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। प्रीतम लोधी ने कथावाचक ब्राह्मणों को चरित्रहीन और लालची बताया था। पार्टी द्वारा तलब किए जाने के बाद माफी मांग ली थी परंतु ब्राह्मण समाज प्रीतम लोधी के निष्कासन पर अड़ गया था।
प्रीतम लोधी ने लोधी समाज के कार्यक्रम में कथा वाचन करने वाले ब्राह्मणों को चरित्रहीन बताते हुए कहा था कि वह कम उम्र की सुंदर महिलाओं को अपने सामने बैठ आते हैं। उन्हें लालची बताते हुए कहा था कि जो धनवान होता है उसके घर भोजन करने जाते हैं। महिलाओं का ब्रेनवाश करते हैं जिससे महिलाएं अपने परिवार से चोरी छुपे सामग्री एवं दक्षिणा लाकर कथावाचक को दान कर देती हैं।
प्रीतम लोधी के इस बयान का ब्राह्मण समाज द्वारा विरोध किया गया। नतीजा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रीतम लोधी को तलब किया गया। भोपाल में आकर प्रीतम लोधी ने अपनी गलती स्वीकार की परंतु यह जरूर कहा कि यदि उनके किसी शब्द से ब्राह्मण समाज की भावनाएं आहत हुई हैं तो वह माफी मांगते हैं। ब्राह्मण समाज ने उनके स्पष्टीकरण को अस्वीकार करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की मांग की थी। प्रीतम लोधी के खिलाफ 37 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
शुक्रवार देर शाम भारतीय जनता पार्टी ने उमा भारती के नजदीकी एवं विश्वासपात्र भाजपा नेता प्रीतम लोधी को आगामी 6 वर्ष तक के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।