मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भाई प्रीतम लोधी ने बयान दिया है कि भारतीय जनता पार्टी में उन्हें इसलिए महत्व नहीं मिला क्योंकि वह लोधी हैं। यदि ऊंची जाति के होते तो बड़ा पद मिल जाता। यहां उल्लेख अनिवार्य है कि श्री प्रीतम लोधी के खिलाफ 37 अपराधिक मामले दर्ज हुए हैं।
कथावाचक ब्राह्मणों को चरित्रहीन और लालची बताने के बाद प्रीतम लोधी को भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद से ही प्रीतम लोधी भाजपा के खिलाफ लामबंदी कर रहे हैं। वह जहां भी जाते हैं उनके समर्थक गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के खिलाफ नारेबाजी करते हैं। बुधवार को उन्होंने ओबीसी महासभा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके बाद उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी में उनके साथ पक्षपात किया गया क्योंकि वह लोधी हैं।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में उमा भारती और प्रहलाद पटेल लोधी समाज के सबसे बड़े नेता हैं। उमा भारती ना केवल मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं बल्कि केंद्र सरकार में भी उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। प्रहलाद पटेल वर्तमान सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। प्रीतम लोधी को भारतीय जनता पार्टी ने पिछोर विधानसभा से टिकट दिया था। हार जाने के बाद उन पर फिर से विश्वास जताया और टिकट दिया। जबकि पार्टी के एक गुट का कहना है कि यदि पिछोर विधानसभा से किसी ब्राह्मण को टिकट दिया जाए तो वह सीट जीत सकता है।