भोपाल। कारम डैम कांड में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जल संसाधन विभाग के 8 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया। इससे पहले बांध बनाने वाली दोनों कंपनियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था परंतु विरोध लगातार जारी है। लोग सारथी कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक अशोक भारद्वाज को जेल जाते हुए देखना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्माणाधीन कारम बांध में हुई लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करते हुए 8 अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए हैं। पूर्व में बांध निर्माण से जुड़ी दो कंपनियों को ब्लेक लिस्टेड किया जा चुका है। मुख्यमंत्री की इस कार्रवाई के बाद भी सरकार का विरोध लगातार जारी है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बयान जारी किया है कि 8 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करके घोटाले के मुख्य दोषी को बचाया जा रहा है। उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होना चाहिए।
इससे पहले इंदौर में पत्रकारों ने गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा से सीधा सवाल किया था कि ठेकेदार अशोक भारद्वाज से उनके क्या संबंध है। सवाल का आशय स्पष्ट था कि क्या वह अशोक भारद्वाज को संरक्षण प्रदान कर रहे हैं एवं क्या इस मामले में कानून को स्वतंत्रता पूर्वक अपना काम करने दिया जाएगा। कांग्रेस हो जाए इंदौर के पत्रकार, सबका टारगेट ठेकेदार अशोक भारद्वाज ही है।
यहां उल्लेख करना अनिवार्य है कि कारोबारी अशोक भारद्वाज के संबंध केवल डॉ नरोत्तम मिश्रा से नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और कुछ अन्य भाजपा नेताओं से भी बताए जाते हैं। सूत्रों का कहना है कि अशोक भारद्वाज ग्वालियर चंबल संभाग में भाजपा नेताओं की काफी मदद करते हैं।