ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस ने दावा किया है कि एक छापामार कार्यवाही के दौरान उन्होंने सहकारिता इंस्पेक्टर केशव टंडन को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि बर्खास्त किए गए सेल्समैन की सेवाएं बहाल करने के बदले रिश्वत ले रहे थे।
डबरा तहसील के पिछोर के रहने वाला अल्ताफ अहमद खान सहकारिता सोसायटी में सेल्समैन है। अल्ताफ के पिता फारुख खान भी सोसायटी में समिति प्रबंधक हैं। शिकायत की गई थी कि प्रताप फारुख और बेटा अल्ताफ मिलकर गड़बड़ी कर रहे हैं। सहकारिता निरीक्षक केशव टंडन ने 7 जुलाई 2022 को दोनों को बर्खास्त कर दिया। इस कार्रवाई के बाद पिछोर सोसाइटी के प्रशासक केशव टंडन स्वयं बन गए। अल्ताफ ने कोर्ट में अपील कर दी। 20 जुलाई को कोर्ट ने उसके बर्खास्तगी का आदेश स्थगित कर दिया, लेकिन सहकारिता निरीक्षक उसे वापस ज्वाइन करवाने को तैयार नहीं थे।
शिकायत के अनुसार सोसाइटी में वापस ज्वाइन कराने के बदले 50,000 रुपए की रिश्वत मांगी गई। सौदा 30,000 रुपए में तय हुआ। अल्ताफ ने बताया कि 28 जुलाई को उसने ₹10000 और 30 जुलाई को ₹5000 दिए। इसके बाद उसके पास पैसे नहीं थे। इसलिए उसने लोकायुक्त एसपी से शिकायत कर दी।