मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में विश्व प्रसिद्ध ग्वालियर के किले से कक्षा 11 की एक छात्रा ने कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया परंतु वर्षा ऋतु होने के कारण किले के नीचे हरियाली थी और लड़की एक पेड़ की शाखाओं में अटक गई। उसे देखकर वहां मौजूद लोगों ने तत्काल दौड़ लगाई और लड़की को बचा लिया। लड़की के पिता प्रॉपर्टी डीलर हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि किले की दीवार से अचानक कोई कूदते हुए दिखाई दिया। वह एक लड़की थी। किले के नीचे पत्थर से टकराई और फिर एक पेड़ की टहनियों में जाकर फंस गई। लोगों ने तत्काल उसे बचाने के लिए दौड़ लगा दी। पब्लिक के रेस्क्यू ऑपरेशन में लड़की की जान बच गई। कुछ लोगों ने पुलिस को इनफॉर्म किया और लड़की को अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों का कहना है कि लड़की बेहोश है, उसकी स्थिति गंभीर है उसे ICU में भर्ती किया गया है।
पुलिस के मुताबिक दिन में सूचना मिली थी कि एक लड़की ने किले से खुदकुशी के इरादे से छलांग लगा दी। पुलिस तत्काल ही मौके पर पहुंची। यहां देखा कि युवती तलहटी में एक पेड़ की टहनियों में उलझी थी। इस कारण वह खाई में नीचे चट्टान पर गिरने से बच गई। पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उसे निकाला और सड़क तक लेकर आई।
घायल लड़की की पहचान 19 वर्षीय दिशा पुत्री दिनेश कुमार निवासी शिंदे की छावनी के रूप में हुई है। वह कॉन्वेंट स्कूल में 11वीं की छात्रा है। खबर मिलते ही महिला तहसीलदार अस्पताल पहुंचीं। अस्पताल में छात्रा की हालत गंभीर है। वह कुछ बता नहीं सकी।
पता ही नहीं था कि उसके मन में क्या चल रहा है: लड़की की मां ने कहा
दिशा के पिता प्रॉपर्टी डीलर हैं। छात्रा की मां ने बताया कि वह दोपहर 3 बजे घर से निकली थी। पता ही नहीं था कि उसके मन में क्या चल रहा है। सब कुछ ठीक था। रात को पुलिस का कॉल आया, तो घटना का पता चला।
ग्वालियर थाना TI दीपक यादव ने बताया कि एक लड़की किले से कूदी थी, लेकिन नीचे पेड़ की टहनियों पर फंस गई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसने सुसाइड का प्रयास क्यों किया, अभी पता नहीं चला है। होश आने पर ही असलियत का पता चलेगा।