इंदौर। सपनों का घर बनाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह सही समय है। बिल्डिंग मटेरियल की एडवांस बुकिंग करके रख सकते हैं। खरीद कर अपने स्टोर में रख सकते हैं क्योंकि बिल्डिंग मटेरियल की कीमत 15% तक कम हो गई है। प्रति स्क्वायर फीट कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में ₹200 की गिरावट आई है।
इंदौर शहर में 100 सरकारी और 400 प्राइवेट रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट चल रहे हैं। बिल्डिंग मटेरियल सस्ता होने के बाद उम्मीद है कि सभी प्रोजेक्ट पर तेजी से काम होता हुआ दिखाई देगा। इसके कारण रियल एस्टेट सेक्टर को त्यौहार से पहले बूस्ट मिल जाएगा। जिन लोगों ने प्लॉट खरीद कर डाल लिए हैं और बिल्डिंग मटेरियल सस्ता होने का इंतजार कर रहे थे। उनका इंतजार पूरा हो गया है।
ट्रांसपोर्टेशन भी सस्ता होगा: बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा
बिल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण जैन ने बताया कि डीजल के दाम अप्रैल-मई में 100 रुपए लीटर तक हो गए थे जो घटकर करीब 94 रुपए हो गए। ट्रांसपोर्टेशन खर्च कम होने के साथ सीमेंट कंपनियों ने भी कीमतें घटाई हैं। अन्य उत्पाद भी सस्ते हुए हैं।
₹350 वाली सीमेंट अब ₹290 में, 17% से ज्यादा की गिरावट
मार्च की तुलना में सीमेंट की कीमत में 17.14 फीसदी की कमी आई है। 350 रुपए प्रति बोरी से दाम गिरकर करीब 290 पर आ गए हैं। इंदौर टाइल्स एसोसिएशन के अमित टोंग्या ने बताया तीन महीने में टाइल्स के दामों में 15 फीसदी गिरावट हुई। 2x2 की जो टाइल्स 42 रुपए वर्गफीट पर पहुंच गई थी वह 35 रुपए तक आ गई है।
सरिया के दाम और कम होंगे
इंदौर लोहा व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष आमीर इंजीनियरवाला ने बताया जो सरिया अप्रैल में रिकॉर्ड 85 रुपए किलो तक पहुंच गया था वह करीब 65 रुपए पर है। सितंबर में सरिए के दामों में और कमी आने की उम्मीद है।
प्लॉट पर जीएसटी नहीं लगेगा
केंद्र सरकार ने स्पष्टीकरण जारी किया कि जमीनों का विक्रय न मालों की सप्लाई न ही सेवाओं की सप्लाई के अंतर्गत आता है। अतः जमीन बेचने पर किसी प्रकार का जीएसटी देय नहीं है। प्लॉट चाहे जैसा बेचा जा रहा हो या उसे लेवलिंग करने, ड्रेनेज लाइन बिछाने, वाटर लाइन डालने, इलेक्ट्रिक लाइन डालने आदि के बाद बेचा जा रहा हो, उसे जीएसटी एक्ट के अंतर्गत जमीन बेचना ही माना जाएगा और उस पर किसी प्रकार का जीएसटी देय नहीं होगा।