मध्य प्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल आरटीओ जिसके खिलाफ कभी कोई कड़ी कार्रवाई नहीं होती, के शहर जबलपुर में स्कूल बस पलट गई। इस एक्सीडेंट में 15 विद्यार्थियों के घायल होने का समाचार मिला है। मध्य प्रदेश में स्कूल बसों की फिटनेस को लेकर अक्सर सवाल उठते हैं। आरोप लगते हैं कि रिश्वत के बदले फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जाता है जिसके कारण सड़कों पर खटारा वाहन दौड़ रहे हैं।
रिश्वत के बदले खटारा वाहन को फिटनेस और शराबी को ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाता है
जबलपुर शहर में आज ब्लेसिंग किड्स पब्लिक स्कूल की बस पलट गई। यह बस स्टूडेंट्स को उनके घर से लेकर स्कूल जा रही थी। प्रारंभिक सूचना मिली है कि इस एक्सीडेंट में 15 स्टूडेंट्स घायल हो गए हैं। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। इस हादसे को लेकर लोगों में एक बार फिर व्यवस्था के प्रति नाराजगी नजर आई। लोगों का कहना है कि परिवहन विभाग में रिश्वत के बदले फिटनेस सर्टिफिकेट दिए जाते हैं। वाहनों की नियमित चेकिंग नहीं की जाती। जिस व्यक्ति को शराब की लत लगी होती है उसे ड्राइविंग लाइसेंस दे दिया जाता है।
RTO संतोष पाल के यहां EOW का छापा पड़ा था
उल्लेखनीय है कि जबलपुर में आरटीओ संतोष पाल के घर पर EOW का छापा पड़ा था। इसमें बताया गया था कि उनकी निर्धारित आए थे 600% अधिक संपत्ति मिली है। उनके घर पर प्राइवेट सिनेमाघर और कई लग्जरी सामान मिला। संतोष पाल पर आरोप है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए इतना पैसा कमाया है।
स्कूली बच्चों के साथ जानलेवा लापरवाही जारी है,जबलपुर में आज सुबह स्कूल बस पलटने से पंद्रह बच्चे घायल हो गये.ये बस ब्लेसिंग किड्स स्कूल के बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रही थी,@ABPNews @Indersinghsjp pic.twitter.com/hBPQTb5b1o
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) August 29, 2022