मध्यप्रदेश के जबलपुर में आयुष्मान भारत योजना में गड़बड़ी के मामले में सेंट्रल किडनी हॉस्पिटल से लगे होटल वेगा को सील कर Dr Ashwini Kumar Pathak, Nephrology और उनकी पत्नी दुहिता पाठक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जबलपुर में मिला मुन्ना भाई का अस्पताल
पुलिस का कहना है कि डॉ. अश्विनी पाठक होटल वेगा में मरीजों को भर्ती कर रहे थे और केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत उनके इलाज के बदले सरकार से भुगतान ले रहे थे। कार्यवाही के समय पुलिस को होटल में करीब 35 से अधिक मरीज मिले थे। अस्पताल की तरह होटल में पलंग, ऑक्सीजन के पाइप और दिखावे की कई व्यवस्थाएं थीं। मरीज के रूप में जो लोग मिले वह सभी आयुष्मान भारत योजना के कार्डधारी निकले।
सर्दी जुकाम के मरीजों के इलाज का बिल लाखों रुपए
स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम द्वारा मरीजों से की पूछताछ में पता चला कि किसी को सर्दी-जुकाम था, तो किसी को सिर दर्द या फिर अन्य सामान्य तरह की कोई समस्या। दिखावे के लिए कई लोगों को जबरदस्ती ग्लूकोज की ड्रिप चढ़ाकर रखी गई थी। यह बात भी सामने आई है कि आयुष्मान योजना के समन्वयक रामभुवन साहू को कुछ लोगों के द्वारा जांच करने को लेकर धमकी भी दी जा रही है। जिस पर कलेक्टर डाक्टर इलैयाराजा टी का कहना है कि जो भी शासकीय अधिकारियों को धमकाने की कोशिश करेगा, उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कहीं यात्रियों के नाम भी तो मरीजों की लिस्ट में नहीं: कलेक्टर जांच कर रहे हैं
कलेक्टर ने कहा कि सेंटर किडनी हॉस्पिटल में अभी तक आयुष्मान योजना के तहत के जितना भी भुगतान हुआ है। उसकी जांच की जा रही है। जल्द ही रिपोर्ट बनाकर स्टेट हेल्थ अथॉरिटी को भेजी जाएगी। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि आयुष्मान योजना के तहत जो मरीज अस्पताल में भर्ती हुआ करते थे वह लोग वाकई मे मरीज थे या फिर अन्य लोगों को फर्जी तरीके से भर्ती किया जाता था। कलेक्टर डाॅक्टर इलैयाराजा टी ने बताया कि इससे पहले भी अभी तक जितनों ने भी आयुष्मान योजना के तहत क्लेम किया है, उसकी भी नए सिरे से जांच की जाएगी।